देहरादून। उत्तराखण्ड में आगामी लेकसभा चुनाव को लेकर भाजपा कांग्रेस की चुनावी तैयारियों तेज हो गईं हैं। एक ओर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पिछले माह प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं संग बैठक कर जीत का मंत्र दे गये तो अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ताओं में एक अलग सा उत्साह का संचार दिखने लगा है।
उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें हैं। उत्तराखण्ड में चुनावों की घोषणा से पहले ही चुनावी शोर सुनाई देने लगा है। बीजेपी-कांग्रेस दोनों चुनाव प्रचार और चुनावी रणनीति के साथ चुनावी समर में कूद चुके हैं। उत्तराखंड में राज्य गठन से लेकर अब तक राष्ट्रीय दलों का ही सियासी और सत्ता तक मजबूत पकड़ देखने को मिला है। क्षेत्रीय दलों का वजूद नाम मात्र का है। यहां दो दलीय व्यवस्था शुरू से ही चल रही है। राज्य में कभी कांग्रेस सत्ता में रही है, तो कभी बीजेपी। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अब दोनों प्रमुख दल होली से पहले चुनाव में रंग में रंगने लगे है। कांग्रेस सरकार की नीतियों के विरोध में कांग्रेस परिवर्तन यात्रा भी निकाल चुकी है। बीजेपी विजय संकल्प रैली रैली के जरिए हर विधानसभा में कार्यक्रम चला रही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आगामी 16 मार्च को देहरादून में चुनावी शंखनाद करेंगे। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ने दून के परेड ग्राउंड में चुनावी जनसभा की थी। 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने हरिद्वार में रोड शो किया था। राज्य प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह का कहना है पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से उत्तराखंड में कार्यक्रम के लिए समय देने का अनुरोध किया जा रहा थ जिस पर उन्होंने अनुमति दे दी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि जनसभा को विशाल स्तर पर आयेाजित किया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिसमे बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भाग लेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह राहुल के कार्यक्रम की तैयारी को मंगलवार शाम अपने निवास पर प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जबकि देहरादून-हरिद्वार के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आज यानी बुधवार को बुलाई गई है। इसी तरह, एक अन्य बैठक बृहस्पतिवार को रखी गई है, जिसमें गढ़वाल के विभिन्न क्षेत्रों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। गढ़वाल और कुमांउ दोनों में पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर देहरादून रैली में अधिक से अधिक संख्या जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। ताकि आगामी चुनाव में भाजपा पर बढ़त बनाया जा सके।
राजनीतिक पर्यवेक्षक अब तक इन पर बीजेपा का दावा मजबूत मान रहे हैं क्योंकि पार्टी बहुत संगठित तरीके से चुनाव प्रचार कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो फ़रवरी को पार्टी के लिए देहरादून में जनसभा को संबोधित कर चुनाव प्रचार का आगाज़ कर चुके हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केन्द्रीय नेता कई दौरे और सभाएं कर चुके हैं।
पार्टी संगठन से जुड़े पदाधिकारी संगठन महामंत्री रामलाल, शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू हाल के दिनों में पार्टी पदाधिकारी और पूर्णकालिकों संग बैठक कर आगामी चुनाव में जुटने की रूप रेखा तैयार कर गये जिसे लेकर भाजपा कार्यकर्ता अभी से क्षेत्र में में जुट गए है।
लोकसभा चुनाव की बेला में कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के किसी भी बड़े नेता का यह पहला दौरा होगा। वहीं प्रदेश के आम विधानसभा चुनाव में हारी कांग्रेस के लिए राहुल गांधी का कार्यक्रम नये उत्साह व संचार के तौर पर देखा जरा है। एक ओर जहां प्रदेश नेतृत्व को अनुभवी नेताओं की कमी खल रही है तो राहुल प्रियंका के सहारे प्रदेश के युवाओं को रिझाने यह मौका उपयोगी साबित हो सकता है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेताओं के साथ बैठक के साथ ही वो इस दिन परेड मैदान में जनसभा करेंगे। राहुल के साथ राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी उनके साथ आ सकती हैं। राज्य कांग्रेस नेता प्रियंका से भी समय लेने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू कहते हैं कि हाल ही में विजय संकल्प रैली के ज़रिये उन्होंने चुनावी प्रचार को भी तेज किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटृ का कहना है कि प्रदेश के पंचों सीट पर बीजेपी जीत दर्ज करेंगी। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि केन्द्र और राज्य सरकार की अपने किये वादों को पूरा करने में विफल साबित हुई है। जिससे आगामी चुनावों में जनता कांग्रेस का साथ देगी।