देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मसूरी में लगभग 5.50 करोड़ की लागत से निर्मित संयुक्त चिकित्सालय के भवन का लोकार्पण करने के साथ ही नगरपालिका परिसर मे बहुप्रतीक्षित देहरादून मसूरी रोपवे का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोपवे विश्व के पांच सबसे लम्बे रोपवे में से एक होगा। लगभग 300 करोड़ की लागत की यह तीन साल में बनकर तैयार होगी।
पीपीपी मोड में संचालित इस रोपवे के निर्माण में इस क्षेत्र की दक्षता प्राप्त विश्व स्तर की अनुभवी फ्रांस की पोमा कम्पनी तकनीकी सहयोग देगी। इस रोपवे के बन जाने के बाद पुरूकुल से मसूरी की दूरी 10-12 मिनट में तय होगी तथा रोपवे एक बार में 1000 से 1200 लोग इससे आ जा सकेंगे, इससे मसूरी के सौन्दर्य के प्रति और अधिक पर्यटक आकर्षित होंगे तथा उन्हें बेहतर सुविधायें भी मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोपवे तक पर्यटको को जाने के लिए रेलवे स्टेशन व हवाई अड्डे पर एसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि प्र्यटकों को और बेहतर सुविधा व सहायता उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने कहा कि अनुभवी फर्म को इसके निर्माण की जिम्मेदारी देने से पर्यटकों में सुरक्षा का भाव भी बना रहेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि मसूरी की यातायात समस्या के समाधान के लिए हाथी-पांव के साथ ही राजावाला डोगा के साथ ही चामासारी व क्यारा-धनोल्टी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इससे भी मसूरी के यातायात के दवाब को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी में पार्किंग की बड़ी समस्या है। इसके लिए जेपी होटल व लोकनिर्माण विभाग के समीप स्थान चिन्हित किया गया है। मसूरी में हाईटेक पार्किंग योजना पर भी कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पार्किंग की व्यवस्था हेतु निजि भूस्वामियों से भूमि के प्रस्ताव देने को कहा। उन्होंने कहा कि मसूरी की पेयजल की समस्या के समाधान के लिए 200 करोड़ की योजना का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने मसूरी शहर की सड़कों की मरम्मत भी आधुनिक तकनीकि के साथ कराये जाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी, नगरपालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता , मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव स्वास्थ्य नीतेश झा, पोमा कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सैयद तारिक, निदेशक बेंजामिन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।