प्रदेश में चुनाव प्रचार थमा, 11 अप्रैल को होगा मतदान

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देहरादून,  प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों के लिए चल रहा चुनाव प्रचार मंगलवार शाम पांच बजे थम गया। अब उम्मीदवार जनसभा और लाउडस्पीकर के जरिये प्रचार नहीं कर पाएंगे। प्रचार के अंतिम दिन भाजपा व कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत लगा दी। इन सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है।

उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें हैं। इनमें से तीन सीटें गढ़वाल मंडल में और दो सीटें कुमाऊं मंडल में हैं। ​इनमें अल्मोड़ा, टिहरी-गढ़वाल, गढ़वाल, नैनीताल-उधमसिंह नगर और हरिद्वार लोकसभा सीटें हैं। वर्ष 2014 में सभी सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार विजयी हुए थे। इस बार प्रदेश की पांचों सीटों पर 52 उम्मीदवार के बीच चुनावी मैदान में है। प्रदेश में 11 अप्रैल को मतदान होगा। प्रदेश में कुल 78,56,268 मतदाता 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

नामांकन के बाद चुनाव प्रचार में आई तेजी
केंद्रीय निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक प्रदेश में कहीं भी अब चुनाव प्रचार होगा तो उसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस अवधि में प्रिंट अथवा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जो भी विज्ञापन प्रकाशित होगा, उसके लिए पहले आयोग की अनुमति लेनी जरूरी होगी। निर्वाचन आयोग ने 10 मार्च को चुनाव की घोषणा कर चरण वार कार्यक्रम जारी किया था। इसके साथ ही प्रदेश में चुनावी माहौल बनने लगा था। नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव प्रचार में तेजी आई। सियासी दलों के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनाव मैदान में प्रचार के लिए मोर्चा संभाला, जो अब थम चुका है।

एनसीसी व एनएसएस कैडेट्स बने वाॅलेन्टियर्स
प्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं (पर्सन विद डिसैबिलिटी) की संख्या 38,183 है। प्रदेशभर में लगभग 9500 एनसीसी व एनएसएस कैडेट्स वाॅलेन्टियर्स को भी चिन्हित किया गया है। मतदान के लिए महिला व पुरुषों की अलग-अलग लाइन लगाई जाएगी। इसमें दो महिलाओं के बाद एक पुरुष मतदाता को वोट करने का अवसर मिलेगा। दिव्यांग मतदाताओं के लिए 2500 व्हील चेयर की व्यवस्था की गयी है। साथ ही दिव्यांगों को फ्री एक्सेस भी दिया जाएगा। ऐसे पोलिंग बूथ जो रोडहैड पर नहीं है, उन पोलिंग बूथ में गर्भवती महिलाओं, बीमार व अक्षम मतदाताओं के लिए डोली की व्यवस्था भी की गयी है।

मौसम प्रतिकूल रहा तो प्रभावित होगा मत प्रतिशत 
उत्तराखंड में मौसम की अनिश्चितता बनी रहती है। चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में मौसम का प्रतिकूल प्रभाव रहा, वहीं मतदान के दिन भी मौसम की बेरुखी देखने को मिल सकती है। ऐसे में उम्मीदवारों के साथ मतदाताओं की भी परीक्षा होगी। मौसम विभाग विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार 10-11 अप्रैल को प्रदेश में आसमान मुख्यतः साफ रहने से लेकर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ जनपद में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। अन्य स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। मौसम प्रतिकूल रहा तो मत प्रतिशत प्रभावित हो सकता है।