नशा हमारी युवा पीढ़ी को अंदर से खोखला करता जा रहा है। स्कूल से लेकर कॉलेज तक के छात्र नशे की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में दून विश्विद्यालय ने एक कदम बढ़ाते हुए विवि में एंटी ड्रग एम्बेसडर बनाने का फैसला किया है। यह एंटी ड्रग एम्बेस्डर विश्वधायल में नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ने और जागरूकता फैलाने का कार्य करेंगे।
बीते कुछ वक्त में प्रदेश में नशीले पदार्थो के सेवन और तस्करी के मामले बड़ी मात्रा में सामने आए हैं। ऐसे में शिक्षण संस्थानों में नशे के खिलाफ मुहिम की आवश्यकता है। इसी को देखते हुए यू.जी.सी ने भी संस्थानों को अपने स्तर पर नशे के खिलाफ विशेष अभियान छेड़ने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
दून विश्विद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. एच.सी पुरोहित का कहना है कि युवा वर्ग लगातार नशे की चपेट में आ रहा है। जिस कारण उनका करियर चौपट हो रहा है। मादक पदार्थो के सेवन का प्रचलन किसी भी सभ्य समाज के लिए आपत्तिजनक होना चाहिए। इसी के तहत विश्विद्यालय में छात्रों के बीच से ऐसे छात्र चियेनित किये जायेंगे जो नशे के खिलाफ इस मुहीम को आगे बढ़ाएंगे।
विवि में बनाई जाने वाली एंटी ड्रग कमेटी में शामिल छात्र विश्विद्यालय के साथ ही बाकी संस्थानों में भी मादक पदार्थो के सेवन की प्रवति के दुष्प्रभावों की जानकारी देंगे। इसके लिए सेमीनार कांफ्रेंस और नुक्कड़ नाटक के साथ विभिन्न गतिविधयों आयोजित की जाएँगी। ताकि युवाओ को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा सके।