ऋषिकेश, बीएचईएल, फीकी और जीवा के साथ परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द के संरक्षण में हरिद्वार और ऋषिकेश में 25 बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट का निर्माण कराये जाने के लिए एक विशेष बैठक सोमवार को परमार्थ निकेतन में सम्पन्न हुई। बैठक में बताया गया कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कार्य पूर्ण हो चुका है। अब तक ऋषिकेश के बस स्टैण्ड, बालिका विद्यालय, ऋषिकेश और हरिद्वार में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये कई स्थानों पर बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट बनाने की योजना बनाई गई है।
बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट क्लस्टर के अलावा वहां पर पीने के लिये स्वच्छ जल का प्रबंध भी किया जायेगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि यात्रियों कि सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये उपयुक्त स्थानों पर पीने के लिये स्वच्छ जल की व्यवस्था की जाएगी। इससे हम धीरे-धीरे प्लास्टिक बाॅटल फ्री हरिद्वार और ऋषिकेश बना पाएंगे। बाॅटल को रिफिलिंग करने से प्लास्टिक फ्री शहर होगा, जल की शुद्धता बनी रहेगी। जल भी बचेगा और प्रकृति भी प्रदूषित होने से बचेगी।
परमार्थ प्रवक्ता ने बताया की बीएचईएल ने बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट बनाने के लिये स्वामी चिदानन्द का अनुरोध स्वीकार कर इस कार्य को करने का बीड़ा उठाया और छः करोड पैसठ लाख की राशि इस कार्य के लिये आवंटित की। देश की प्रतिष्ठित संस्था फिक्की के निर्देशन में इस पूरी योजना को पूरा किया जा रहा है। साथ ही इस पूरी कार्य योजना में ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस (जीवा) की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अभियान के लिये जीवा ने लोगो को जागरूक किया, शिक्षा प्रदान की तथा उपयुक्त स्थानों पर बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट बनाने के लिए सरकार से एनओसी प्राप्त की तथा दोनों संस्थाओं के बीच महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। हाल ही में रेलवे स्टेशन, ऋषिकेश में भी इसी योजना के अन्तर्गत बनाये गये नवनिर्मित बॉयो डाइजेस्टर टाॅयलेट का लोकार्पण किया गया था।