चारधाम यात्रा है उत्तराखंड आर्थिकी की रीढ़

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File photo
देहरादून,  देवभूमि उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के दौरान आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यहां देश-विदेश से लोग पुण्य कमाने और दान करने आते है। चारधाम यात्रियों का जत्था जैसे ही देवभूमि में कदम रखता है यहां की आर्थिकि में इजाफा होना शुरू हो जाता है। इसलिए यात्रा सीजन को खासकर गढ़वाल मंडल की आर्थिकी का रीढ़ माना जाता है।
छह महीने की यात्रा से चलता है साल भर का खर्च
देवभूमि के छोटे बड़े हर व्यापारी की नजरें चारधाम यात्रा पर टिकी रहती हैं। यात्रा के शुरू होते ही व्यवसाय चल पड़ता है। छह महीने तक चलने वाली इस चारधाम यात्रा से चाय की ठेली से लेकर होटल, रेस्टोरेंट, वाहन, प्रसाद आदि व्यवसायी अपनी एक साल की आमदनी जुटाते हैं। इससे सालभर का खर्च निकल जाता है।यात्रियों की संख्या लाखों में पहुंची तो करोड़ों का करोबार हो जाता है।
बद्रीनाथ में होटल व्यवसाई जयदीप मेहता, गौरव पुरी, अमित कुमार जैन का कहना है कि गत वर्ष व्यवसाय अच्छा हुआ था। इस बार यहां ऑल वेदर रोड के तहत सड़कें चौड़ी हो गई हैं। उम्मीद है कि यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और पिछले साल से बेहतर आमदनी होगी।
आपदा पर आस्था भारी
वर्ष 2013 में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। हजारों की संख्या में लोग काल के गाल में समा गये थे। आपदा से भारी तबाही हुई थी। अभी भी कहीं-कहीं यात्रियों के नरकांल देखने को मिल जाते हैं। आपदा के बाद यात्रा पर बुरा प्रभाव पड़ा था। इसका असर 2015 तक बरकरार रहा लेकिन वर्ष 2018 आते-आते आपदा पर आस्था भारी पड़ गई। वर्ष 2018 में यात्रियों की संख्या ने 2012 का भी रिकार्ड तोड़ दिया।
आकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2014 में हेमकुंड सहित कुल तीन लाख 33 हजार 88 यात्रियों ने केवल दर्शन किए थे। वर्ष 2015 में यात्रियों की संख्या में थोड़ा इजाफा हुआ और हेमकुंड सहित आठ लाख 72 हजार 529 यात्रियों ने दशर्न किए। इसके बाद 2016 में चारधाम यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ी, उस वर्ष 15 लाख 13 हजार 545 यात्रियों ने दर्शन किए।
यह सिलसिला 2017 में भी बरकरार रहा और हेमकुंड सहित 23 लाख 22 हजार 611 यात्रियों ने​ देव दर्शन किए। आपदा के बाद यात्रा ने अपने सभी रिकार्डों को तोड़ते हुए 2018 में नया मुकाम स्थापित किया और 27 लाख 81 हजार 428 यात्रियों ने दर्शन किए। जो अपने 2012 के रिकार्ड को तोड़कर आगे निकल पड़ी। इस रिकार्ड को 2019 में तोड़ना अब चु​नौति से कम नहीं है।
कल बद्रीनाथ और फिरहेमकुंड साहिब के खुलेंगे कपाट
चारधाम यात्रा सीजन 2019 का आगाज सात मई से हो चुका है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट यात्रियों के लिए खोल दिए गए हैं। आज बद्रीनाथ धाम के कपाट भी आम यात्रियों के लिए खोल दिए गये। अब हेमकुंड साहिब के कपाट भी  खोले जाएंगे।