आचार्य बालकृष्ण विश्व के शीर्ष दस सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व की श्रेणी में

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हरिद्वार,  पंतजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण को आयुर्वेद पद्धति से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यूएनओ की संस्था यूएनएसडीजी यानी यूनाइटिड नेशन सस्टेनेबल डेवलमेंट गोल ने विश्व के दस सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व की श्रेणी में रखते हुए दस अत्यंत प्रभावशाली व्यक्तिगत अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जाम्बिया और जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्रियों ने आचार्य बालकृष्ण को पुरस्कार देकर नवाजा।
आचार्य बालकृष्ण ने यह पुरस्कार उन तमाम विभूतियों को समर्पित किया है जिन्होंने वैश्विक स्तर पर योग और आयुर्वेद को मुख्यधारा में जोड़ने में अपना योगदान दिया। यह जानकारी बाबा रामदेव ने रविवार को पतंजलि योगपीठ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दी।
बाबा रामदेव ने बताया कि, “यह भारत के लिए बहुत ही गौरव की बात है कि एक भारतीय को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आचार्य बालकृष्ण ने अपना पूरा जीवन आयुर्वेद और वनस्पतियों के लिए समर्पित किया हुआ है। संजीवनी जड़ी बूटी से लेकर तमाम वनस्पतियों की खोजकर उनका प्रयोग व्याधियों को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि बनाने में किया है।”
स्वामी रामदेव ने कहा कि, “यह पूरे देश के लिए गौरव का विषय है कि विश्व में प्रथम बार ऐसा सम्मान किसी भारतीय को मिला है।” उन्होंने बताया कि, “आचार्य बालकृष्ण के अतिरिक्त यह पुरस्कार चार अन्य शीर्ष व्यक्तियों मिला है, उनमें डब्लूएवओ के डायरेक्टर जनरल डॉ टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस, डब्लूएचओ के अफ्रीका के डायरेक्टर डॉ मत्सिडिसो रेबेका मोइती, प्रोमेडिका के अध्यक्ष और सीईओ रैंडी ओस्ट्रा तथा चीन के विख्यात वैकल्पिक चिकित्सा विशेषज्ञ एले ली  शामिल रहे।”
जिनेवा में आयोजित स्वास्थ्य सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में आचार्य बालकृष्ण ने एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। पंतजलि योगपीठ के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के जरिए निरोग करने की मुहिम की पूरी जानकारी दी गई।