रुद्रप्रयाग, हेली सेवा की टिकटों में ओवररेटिंग, जालसाजी एवं यात्री के साथ अभद्र व्यवहार करने पर हेली कंपनियों व ऑपरेटरों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में तीन मामले दर्ज किए है।
केदारनाथ धाम यात्रा पर आई स्वीकृति शर्मा ,पुत्री स्वर्गीय कैलाश शर्मा, निवासी गुड़गांव, हरियाणा ने पुलिस चौकी फाटा को दिए लिखित शिकायत में बताया कि उन्होंने केदारनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन हेली सर्विस बुक करवाई थी, जिसमें विवेक सिंह से संपर्क होने पर बताया कि वह हेली सर्विस से कांटेक्ट रखते हैं। उक्त एजेंट पर विश्वास कर उसके बताए खाते पर 12,960 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए। जिसके बाद एजेंट ने पवनहंस प्रालि का लोगो लगा टिकट उपलब्ध करा दिया, जिसे यात्री ने हेलीपैड पर दिखाया तो यात्री को संबंधित कंपनी के स्टाफ ने टिकट को अवैध बताया। यात्री की लिखित शिकायत पर एजेंट विवेक सिंह व पवन हंस के विरुद्ध धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया है।”
इसी प्रकार यात्री वैभव कुश ने बताया कि, “उन्होंने अपनी हेली टिकट जीएमवीएन के माध्यम से कन्फर्म करा ली थी, जिस पर इन्हे 12 बजे फ्लाइट देने के लिए बताया गया था, लेकिन 12 बजे से 5 बजे तक इंतजार करने पर भी इन्हें केदारनाथ जाने के लिए फ्लाइट नहीं दी गई। जब उन्होने हेलीपैड पर पूछताछ की तो इनके साथ हेलीपैड स्टाफ ने गाली-गलौज कर कई धमकियां भी दी। जिसके बाद पुलिस ने लिखित शिकायत के आधार पर फाटा चैकी में धारा 420, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।” गुप्तकाशी स्थित काउण्टर के माध्यम से हेली टिकट को चैक कराया गया तो पाया कि वास्तव में उक्त टिकट को फर्जी टिकट बनाकर बेचा गया है।
गुप्तकाशी स्थित काउण्टर के नोडल अधिकारी विजय गुप्ता ने थानाध्यक्ष गुप्तकाशी को लिखित तहरीर के माध्यम से बताया कि ,”वर्तमान समय में निगम द्वारा केदारनाथ हेली यात्रा के लिए ऑफलाइन व ऑनलाइन टिकट जारी किए जा रहे हैं। किसी रॉबिन नाम के ऑपरेटर ने निगम द्वारा जारी किए गए मूल टिकट की कॉपी करते हुए रू 16000 का फर्जी टिकट बनाते हुए छः जून के लिए जारी किया गया है। जबकि उक्त टिकट को निगम द्वारा क्यूआर स्कैन किया गया तो पाया कि उक्त टिकट निगम पहले ही दूसरे यात्री को जारी किया जा चुका है, जिसकी धनराशि 9396 रूपए है।” बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जान बूझकर निगम की छवि खराब करने व यात्रियों से धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से फर्जी टिकट बनाया गया है। आवेदक की तहरीर के आधार पर थाना गुप्तकाशी में पुलिस द्वारा धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
एसपी अजय सिंह ने बताया कि, “पुलिस की ओर से इस प्रकार की तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। “