गोपेश्वर। चमोली जिले के घाट विकास खंड के कुरूड नंदा देवी मंदिर में लगे दो दिवसीय मेले के दूसरे दिन गुरुवार को नंदा देवी की डोलियों के दर्शन के लिए क्षेत्र के हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को हुजूम मंदिर में पहुंचा। श्रद्धालुओं ने मां नंदा की पूजा अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
शुक्रवार 23 अगस्त को दशोली और बधाण की मां नंदा की डोलियां अपने भक्तों से विदा लेकर कैलाश के लिए प्रस्थान करेंगी। इस दौरान मंदिर में विशेष पूजाएं भी संपन्न होंगी। गुरुवार को ध्याणियों ने मंदिर परिसर में नंदा तेरी डोली, कैलाश लिजौला सजी-धजीक..जैसे जागरों से मां नंदा का आह्वान किया। वहीं, कुरुड़ गांव में चल रहे तीन दिवसीय श्रीनंदा लोकजात मेले के दूसरे दिन महिला मंगल दल और युवक मंगल दल के महिला व युवाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी।
21 अगस्त को दशोली और बधाण की मां नंदा कैलाश जाने के लिए कुरुड़ मंदिर के गर्भगृह से मंडप में स्थापित गई थी। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मुंशी चंद्र गौड़, योगेश्वर प्रसाद, राकेश, कन्हैया प्रसाद, मंशाराम, मनोहर, सत्य प्रसाद, धनीराम और राजेश गौड़ ने गणेश पूजा के बाद मां नंदा की पूजाएं संपन्न की। गुरूवार को दिनभर मंदिर में मां नंदा की विशेष पूजाएं संपन्न हुई। मंदिर में पहुंची ध्याणियों ने मां नंदा को श्रृंगार सामग्री भेंट की। दिनभर मंदिर में भक्तों का तांता उमड़ा रहा।