इन दिनों हिप हॉप की दुनिया में दून का एक नाम दस्तक दे रहा है। जी हां देहरादून की रहने वाली निरंजलि पाल यानि नीरु पाल हिप-हॉप म्यूजिक में अपना लोहा मनवा रही हैं। 22 साल की बी.कॉम ग्रेजुएट नीरू ने हाल ही में इंटरनेशनल मंच पर भी अपनी शुरुआत की है। 10 अगस्त को एमटीवी पर प्रसारित होने वाले “हसल शो” ऑनएयर हुआ जिसमें नीरू टॉप 15 रैपर्स में शामिल थीं।
नीरू ने इस शो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और सभी स्क्रीनिंग कमेटियों ने उनकी इस प्रतिभा पर ध्यान दिया। लाखों रैपर्स जिन्होंने पूरे भारत से ऑडिशन दिया था उसमें नीरू ने अपनी जगह 100 शॉर्ट-लिस्टेड कलाकारों में बनाई। फिर अंतिम 50 और उनकी पारी टॉप 15 रैपर्स मे आकर रुकी ज़रूर लेकिन नीरू ने हार नही मानी है।
नीरु को फाइनल में अपनी जगह नहीं बनाने का कोई पछतावा नहीं है वह कहती है, “जब मैंने साल 2014 में रैप करना शुरू किया था तब मैं उन कुछ महिलाओं में शामिल थी जो तब रैप करती थीं। मैने रेपिंग के लिए कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं ली, लेकिन मैं अपने लिरिक्स खूद लिखती हूं और मुझे ऐसा लगता है कि मैं रैप करके खुद को और बेहतर तरीके से व्यक्त कर पाती हूं ,और एक रैपर की तरह ही लोगों के बीच में पहचानी जाती हूं।”
अपनी फुल-टाईम नौकरी के साथ नीरु अपने जूनुन के लिए भी समय निकालती हैं। संगीतकार और गीतकार नीरू रोजाना कम से कम रैप के लिए दो घंटे समय जरुर देती हैं। लेखन के लिए उनका प्यार एक कला है। वह महसूस करती हैं कि उनके स्वर्गीय पिता से उन्हें लिखने का हुनर मिला है। “मैंने तब लिखना शुरू किया जब मैं 10 वीं में पढ़ती थी और तब मुझे अपने विचारों को व्यक्त करने का रैपिंग एक सही तरीका मिला।”
नीरू पाल के गाने ज्यादातर अलग-अलग सामाजिक मुद्दों पर आधारित होते हैं और कुछ उनके जीवन से प्रेरित होते हैं जिससे उनके साथ वाले उनसे जुड़ाव महसूस कर पाते हैं।
नीरू का मानना है कि एमटीवी हसल शो ने उन्हें वह पहचान दी है जिसकी उन्हें तलाश थी। गौरतलब है कि, “अब ऐसी लड़कियां हैं जो इतनी अच्छी तरह से रैप कर रही हैं कि वे बाकि रैपर को जबरदस्त मुकाबला दे रहीं हैं।
आज नीरू पाल अपनी इन-बॉर्न टैलेंट के साथ खुद को आगे बढ़ते देखती हैं। नीरु अपने हिप-हॉप के साथ सम्मान से म्यूजिक इंडस्ट्री में खुद का नाम बनाने के लिए काम कर ही हैं।
हम नीरु को आगे बढ़ने के लिए शुभकानाएं देते हैं।