शादी के कार्ड में ‘पाॅलीथीन हटाओ’ और ‘भोजन की बर्बादी रोकने’ का संदेश

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देहरादून, सोशल मीडिया में इन दिनों शादी का एक कार्ड खूब धूम मचा रहा है। अक्सर लोग शादी कार्ड पर मंत्र लिखवाते हैं या शायरी और शुभ संदेश भी लिखवाते हैं। लेकिन शादी का यह कार्ड जरा अलग हटके है। इस कार्ड में पर्यावरण को बचाने और भोजन की बर्बादी रोकने का संदेश छपा है।

देहरादून के मोहकमपुर निवासी आशीष नौटियाल की शादी के इस कार्ड में अतिथियों को दो संदेश दिये गये हैं। पहला संदेश प्रकृति को लेकर है। इसमें अतिथियों को संदेश दिया गया है कि हिमालय बचाओ, पाॅलीथीन हटाओ। इसमें अपील की गई है कि शादी में आने वाले सभी अतिथि प्रतिज्ञा लें कि हम दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे। इसके अलावा कार्ड में दूसरा संदेश भोजन को लेकर है कि इसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे।शादी में शामिल होने वाले लोग – बारातीं और घराती इसकी प्रतिज्ञा लेंगे।

पाॅलीथीन हटाओ-हिमालय बचाओ का संदेश आशीष नौटियाल का कहना है कि महसूस हुआ कि लोग शादियों व अन्य मौकों पर प्लास्टिक व पाॅलीथीन का अत्याधिक उपयोग करते हैं। प्लास्टिक व पाॅलीथीन हमारे लिए खतरनाक हैं। इससे हिमालय ही नहीं जीवन भी खतरे में हैं। यदि हमको पर्यावरण का संरक्षण करना है और हिमालय को बचाना है तो प्लास्टिक व पाॅलीथीन का उपयोग बंद करना होगा। शादी के कार्ड में वह यही संदेश देना चाहते है। इसलिए उन्होंने कार्ड में यह प्रतिज्ञा प्रकाषित करवाई है। भले ही यह छोटी सी बात हो लेकिन इसका संदेश दूर तक जा रहा है कि प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए हम सबकी जिम्मेदारी है।

उतना ही लो थाली में भोजन ब्यर्थ न जाये नाली में ,शादी के कार्ड में दूसरा संदेश भोजन को लेकर है कि हम सबको अपने-अपने स्तर से प्रयास करने होंगे कि हम इसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे। भोजन को व्यर्थ करना भी कहीं न कहीं उन लोगों के जीवन का उपहास करना है जिन्हें एक वक्त का भोजन भी नसीब नहीं होता है। आशीष नौटियाल ने बताया कि उन्होंने शादी में पांच सौ कार्ड छपवाएं हैं। उनके मुताबिक एक परिवार में 5 से 10 लोग रहते हैं इस तरह उन्होंने कहा कि इस छोटी सी कोशिश से 5 से 5000 लोगों तक यह संदेश जा सकता है।

वर आशीष नौटियाल की शादी के कार्ड पर छपे इन संदेशों को लोगों की खूब सराहना मिल रही है।