अल्मोड़ा, लंबे अर्से से आवासीय विश्वविद्यालय की चली आ रही दरकार को आखिरकार पंख लग ही गए। कोसी स्थित पं.गोबिंद बल्लभ पर्यावरण संस्थान पहुंचे राज्यपाल डा.केके पॉल ने आवासीय विश्वविद्यालय का लोगो जारी करते हुए इसका शुभारंभ कर दिया।
उन्होंने कहा कैंब्रिज के छात्रों को नौकरी तलाशने की जरूरत नहीं होती। क्योंकि उस पर कैंब्रिज का ठप्पा होता है। आवासीय विश्व विद्यालय की साख भी कैंब्रिज जैसी होगी। इसमे फैशन डिजाइनिंग, फिल्म मेकिंग, ड्रामा, म्यूजिक, ग्राफिक्स, एनिमेशन सहित अन्य कोर्स चलेंगे। यहां की पारम्परिक लोक संस्कृति संरक्षित रहेगी एवं जड़ी-बूटी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर भू वैज्ञानिक डा. के.एस वाल्दिया, यूकास्ट के निदेशक राजेंद्र डोभाल, प्रो. प्रीति जोशी, निफ्ट की निदेशक विजया देशमुख, निदेशक पं. गोविंद बल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान पी.पी ध्यानी, शायर कलकोरिया ने अपने विचार रखे।
आवासीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच.एस धामी ने कहा कि आवासीय विश्वविद्यालय में जहां प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे, वहीं स्थानीय परंपरा, ज्ञान और प्राकृतिक विज्ञान, नेचुरल साइंस को विज्ञान के साथ जोड़कर पहाड़ की अपनी पहचान बनाई जाएगी। इसी सत्र से उत्तराखण्ड आवासीय विश्वविद्यालय की कक्षाएं होटल मैनेजमेंट संस्थान व उदयशकर नाटय अकादमी में शुरू की जाएंगी। कार्यक्त्रम के अध्यक्ष विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने कहा कि हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार और पलायन को रोकने के लिए जिस उददेश्य से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है इसका आने वाली पीढ़ी को अवश्य लाभ मिलेगा।