भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर भगत ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश को झूठी कहकर भड़का दिया। कांग्रेस नेता हदयेश ने प्रेस नोट जारी करके अपनी नाराजगी सार्वजनिक की है। उन्होंने कहा है कि अपने पचास साल के विधायी जीवन में उन्होंने ऐसी बातें पहली बार सुनी हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद सदन में अपने पहले ही संबोधन में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि डॉ. इंदिरा हृदयेश सदन में सबसी अनुभवी नेता हैं। उनसे सीखने की आवश्यकता है लड़ने की नहीं। उन्होंने भगत को नसीहत दी कि झूठा शब्द सदन में असंसदीय माना गया है। यह बात विधायक होने के नाते भगत भी जानते हैं। उन्होंने कहा कि भगत की यह बात उन्हें बुरी लगी है।
इंदिरा ने कहा है कि यह समय कोरोना संक्रमण से लड़ने का है। न कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करने का। विपक्ष सत्ताधारी दल के साथ किस प्रकार सहोग कर रहा है यह बताते हुए उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और उन्होंने सरकार के बजट प्रस्ताव के सभी मदों को ध्वनिमत से स्वीकार करके इस कठिन समय में सरकार का सबसे बड़ा साथ दिया। इसके अलावा वे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से लगातार फोन पर वार्ता करके उन्हें सुझाव भी देती हैं और सीएम उनके सुझावों पर अमल करने का अश्वासन भी देते हैं। उनके कई सुझावों पर अमल भी सरकार ने किया।