कपाट खुलने से पहले बदरीनाथ में कैसी हैं तैयारियां?

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बदरीनाथ

विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को सुबह 4:30 बजे खुलेंगे। कोरोना काल के दौरान इस बार यहां वैसी रौनक नहीं देखने को मिलेगी जो हर साल दिखती है। लेकिन, मंदिर और स्थानीय प्रशासन भगवान बद्री विशाल के इस धाम को 15 मई के लिये तैयार करने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ता दिख रहा है।

देवस्थानम बोर्ड के चुनिंदा कर्मचारी कई दिनों से कपाट खुलने की तैयारियों में जुटे हैं। मंदिर परिसर से बर्फ हटायी जा चुकी है। मंदिर पर रंग रोगन का काम भी अंतिम चरण में है। पानी बिजली ब्यवस्था बहाल की जा चुकी है। इस दौरान सोशियल डिस्टेंसिंग (शारीरिक दूरी) का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है।

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उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि “पिछले दिनों देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी अधिकारी तैयारियों के लिये बदरीनाथ धाम पहुंचे थे। देवस्थानम बोर्ड के अभियंता विपिन तिवारी एवं अवर अभियंता गिरीश रावत की देखरेख में काम किये जा रहे हैं। गढ़वाल आयुक्त एवं देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रमन रविनाथ ने चार धाम कपाट खुलने की तैयारियों के लिये गंगोत्री-यमुनोत्री में उपजिलाधिकारी भटवाड़ी एवं बड़कोट को निर्देशित किया गया था। बी. डी. सिंह (आईएफएस) को बदरीनाथ एवं केदारनाथ में कपाट खुलने की तैयारियों का जिम्मा दिया गया।”

  • बदरीनाथ धाम के रावल ऋषिकेश क्वारंटाईन के दौरान स्वस्थ पाये जा रहे। उनकी पहली कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आयी नैगेटिव
  • एहतियात के तौर पर 4 मई को होगा दूसरा कोरोना टेस्ट, 24 घंटे मे आयेगी टेस्ट रिपोर्ट
  • 5 मई को नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच सकते हैं रावल
  • 15 मई को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट
  • 14 मई शाम बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगी आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ उद्धव जी, कुबेर जी एवं गाडू घड़ा( तेल कलश) यात्रा।
  • नरेन्द्र राजदरबार से 5 मई को शुरू हो रही तेल कलश यात्रा
  • कोरोना महामारी से बचाव हेतु सभी कार्यक्रम संक्षिप्त शोसियल डिस्टेंसिंग का होगा पूर्णत पालन।

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कोरोना महामारी पर काबू पाने के बाद चारधाम यात्रा आम लोगों के लिये खोले जाने की उम्मीद है।लेकिन, इस सबसे पहले, अभी चारों धामों के केवल कपाट खुल रहे हैं। इस सिलसिले में अक्षय तृतीया, 26 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम और 29 अप्रैल को  केदारनाथ धाम के कपाट खोले गये हैं।

कोरोना महामारी से बचाव के तहत जारी सरकारी एडवाइजरी के अनुसार फिलहाल धार्मिक स्थलों में तीर्थ यात्रियों को आने की इजाजत नहीं है। सीमित संख्या में तैयारियों से जुड़े चुनिंदा लोग बदरीनाथ धाम में मौजूद रहेंगे।

बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ऋषिकेश में 14 दिन के क्वारंटीन में है एवं वह स्वस्थ है तथा उनके तीन सेवादारों का स्वास्थ्य भी सामान्य है। एम्स ऋषिकेश से उनकी पहली कोरोना रिपोर्ट नैगेटिव आयी है। ऐहतियातन 4 मई को उनका दूसरा कोरोना टेस्ट होना है आशा है कि सब कुछ सामान्य रहेगा एवं उसके पश्चात 5 मई को नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच जायेंगे।

कपाट खुलने के कार्यक्रम के तहत 13 मई बुधवार को नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरू शंकराचार्य की डोली प्रस्थान योग-ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर प्रस्थान करेगी। 14 मई को उद्धव जी एवं कुबेर जी गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा के साथ शाम तक  बदरीनाथ धाम पहुंच जायेंगे। नरेन्द्र नगर राजदरबार से तेल कलश यात्रा 5 मई को शुरू हो रही है।

15 मई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जायेंगे। इस दौरान शोसियल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाने तथा मास्क लगाने से लेकर साफ सफाई सेनिटाइजेन का ध्यान रखे जाने के निर्देश हैं।