बुधवार को एक दर्दनाक बस हादसे में अब तक 46 लोगों की जान चली गई है। देहरादून के विकासनगर से त्यूनी जा रही सवारियों से भरी बस गुम्मा बैंड के समीप टौंस नदी में समा गई।
सुबह 5:30 बजे नीजी बस नंबर UK16 0045 सवारियों को लेकर विकासनगर से त्यूनी के लिए चली थी। इस बस में महिलाओं व बच्चों समेत 40 से अधिक यात्री सवार थे। हादसा रोहनाट-चौपाल मार्ग पर गुम्मा के समीप हुआ। जिस समय बस 1500 फिट गहरी खाई में गिरी, 13 साल का रविन्द्र और बस का कंडक्टर चलती बस से कूदने में सफल रहें। शिमला के एसपी डी डब्ल्यू नेगी ने कहा कि 56 यात्रियों के बस में सवार होने की सूचना है, लेकिन पूरी स्थिति स्पष्ट होने में थोड़ा समय लगेगा।उधर सिरमौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद धीमान ने कहा कि हालांकि जिस जगह पर दुर्घटना हुई है, वह इलाका शिमला जिला में पड़ता है, लेकिन सूचना मिलते ही पुलिस टीम को तत्काल मौके पर रवाना कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि मौके की जानकारी लगातार जुटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि काफी तेज गति से जा रही बस गुम्मा बेंड के पास अनियंत्रित हो गयी और टांस नदी में समा गयी। ये क्षेत्र हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बाॅर्डर पर आता है। हादसा होते ही बस में चीख पुकार मच गयी। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय काफी लोग आसपास मौजूद थे लेकिन दुर्गम स्थान होने के कारण राहत अभियान चलाने में दिक्कत हु। उनकी सूचना पर देहरादून व उत्तरकाशी से बचाव दल के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचें। देहरादून से मेडिकल टीम और SDRF भी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटना में राहत और बचाव कार्य के लिये मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी को निर्देश दिये। साथ ही साथ, सड़क हादसे के बाद उत्तराखंड मुख्यमंत्री ने मृतकों को 1 लाख रुपए अौर गंभीर घायलों को पचास हजार और आंशिक घायलों को ₹25000 देने की घोषणा की।