विधायक के पत्र से गरमाई भाजपा की आंतरिक राजनीति

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भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के लिए एक महिला द्वारा दिये गये बयान पर नाराजगी जताई है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है, जिससे पार्टी की आंतरिक राजनीति तेज हो गई है।
उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की सदस्य बनी इन्दु बाला ने अपने एक बयान में विजय बहुगुणा के खिलाफ टिप्पणी की थी जिस पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने इन्दु बाला पर आरोप गाया है कि इंन्दु बाला ने भाजपा प्रशिक्षण शिविर की सार्वजनिक सभा में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है तथा केदारनाथ आपदा में राहत निर्माण कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इन्दु को विगत दिवस ही बोर्ड का सदस्य नामित किया गया है। उनके इस बयान से बहुगुणा के सहयोगियों की नाराजगी बढ़ गई है।
इससे पहले उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से अध्यक्ष डॉ. हरक सिंह रावत को हटा दिया गया था जिससे बहुगुणा कैंप में नाराजगी चल रही थी। डॉ. हरक सिंह के बाद दमयंती को हटाया गया जिस पर नाराजगी और बढ़ी। अब इन नाराज सदस्यों ने नई बोर्ड की सदस्य इन्दुबाला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उमेश शर्मा काऊ ने पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के सार्वजनिक अपमान की चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष तथा आला कमान से उचित कार्यवाही की मांग की है। उनका कहना है कि इन्दु बाला द्वारा जो शब्द कहे गये हैं वह उचित नहीं है।
इस संदर्भ में इन्दुबाला का कहना है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा पर कोई आरोप नहीं लगाया है। उन्होंने अपने संबोधन में पूर्ववर्ती सरकार के बारे में चर्चा की थी लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को लेकर कोई अपशब्द नहीं कहा है। फिलहाल यह मुद्दा चर्चाओं में है। इन्दुबाला का जो बयान प्रस्तुत किया जा रहा है उसमें कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा जब केदारनाथ जाएंगे आपदा में मारी गई आत्माएं उन्हें नोच-नोच कर खाएंगी। लेकिन इस बयान से इन्दुबाला ने अपने को अलग किया है। विधायक उमेश शर्मा का यह पत्र सुर्खियों में है।