भगत की जुबान, भाजपा परेशान, डैमेज कंट्रोल के लिए आगे आए सीएम

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विधानसभा चुनाव की आहट से तपने लगी उत्तराखंड की सियासत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के एक बयान ने आग में घी डालने जैसा काम किया है। नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इंदिरा ह्दयेश की उम्र से जुडे़ भगत के बयान के बाद कांग्रेस आक्रामक है। उसके कार्यकर्ता भगत के विरोध में आंदोलित हैं। भाजपा सरकार और संगठन भी इस स्थिति से असहज है। डैमेज कंट्रोल के लिए खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग करते हुए भाजपा पर लगातार दबाव बढ़ाने की कोशिश में है।
-नेता प्रतिपक्ष पर भाजपा अध्यक्ष की टिप्पणी से सियासी पारा चढ़ा
-कांग्रेस आक्रामक, विवाद शांत करने के लिए सीएम खुद मोर्चे पर
कुमाऊं मंडल के प्रवास के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने अपनी रौ में बहते हुए जिस वक्त नेता प्रतिपक्ष पर बयान दिया, उस वक्त उन्हें अनुमान नहीं था कि इस कदर सियासी बवंडर खड़ा हो जाएगा। संदर्भ नेता प्रतिपक्ष के उस बयान से जुड़ा था, जिसमें उन्होंने भाजपा के कई विधायकों के संपर्क में होने की बात कही थी। भगत ने इसका पलटवार चुटकी लेते हुए जिस अंदाज में किया, उसे अमर्यादित माना जा रहा है। भाजपा संगठन की ओर से भगत का यह कहते हुए बचाव किया गया कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया, लेकिन जब खुद इस मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डाॅ इंदिरा ह्दयेश से क्षमा मांग ली, तो सभी रक्षात्मक मुद्रा में आ गए।
तूल पकड़ते इस मामले में सीएम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के संकटमोचक बनकर सामने आए हैं। उधर, कांग्रेस सड़कों पर तो है ही, मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग कर भगत की और घेराबंदी की कोशिश भी कर रही है। खुद, नेता प्रतिपक्ष डाॅ इंदिरा ह्रदयेश ने नारी अस्मिता से इस पूरे मामले को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मामले को गंभीरता से लेने और भगत को माफी मांगने के लिए निर्देशित करने की मांग की है। भगत के साथ डाॅ. इंदिरा की चुनावी प्रतिद्वंद्विता भी रही है। हल्द्वानी विधानसभा सीट पर दोनों ही दिग्गजों की कई बार चुनावी भिड़ंत हो चुकी है। भगत को लेकर हाथ आए मौके को नेता प्रतिपक्ष गंवाने के कतई मूड में नहीं है। इसलिए वह लगातार प्रहार कर रही है। कांग्रेस संगठन का भी उन्हें पूरा साथ मिल रहा है।
हालांकि, कांग्रेस में उनके धुर विरोधी पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम के माफी मांगने की सराहना कर दी है। इस सराहना को कांग्रेस का ही एक धड़ा भाजपा की घेराबंदी के प्रयास को कमजोर करने वाला कदम मान रहा है। इन स्थितियों के बीच, भाजपा सरकार और संगठन दोनों की यही कोशिश है कि वह किसी तरह अपने अध्यक्ष को इस विवाद से बाहर निकाल ले जाएं।