बद्रीनाथ धाम को ‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन’ के रूप में विकसित करने के लिए केदारनाथ उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट और पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच 19.3 करोड़ रुपये का करार हुआ है। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की धनराशि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों में खर्च होगी।
पर्यटन के सचिव दिलीप जावलकर व पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी के. श्रीकांत ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। सीएसआर के तहत सरकारी व निजी कंपनियों द्वारा लगभग 200 करोड़ रुपये इस योजना के लिए दिए जा चुके हैं। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि बद्रीनाथ धाम देश और विदेश के श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
सचिव ने बताया कि:
- इस प्रोजेक्ट को तीन साल में पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
- 2025 में लगभग 15.6 लाख श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने के लिए आ सकेंगे।
- एमओयू की रकम बद्रीनाथ धाम की विकास परियोजनाओं में इस्तेमाल की जाएगी।
- इन परियोजनाओं में 2.5 किलोमीटर लंबी और 10.5 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण शामिल है।
- इसके अलावा परियोजना में सार्वजनिक और देवस्थानम बोर्ड भवन का निर्माण, बैटरी संचालित सार्वजनिक परिवहन, संपत्ति साइनेज की स्थापना, रास्ते पर चलने के लिए संकेत,परिवेश प्रकाश, नल-जल आपूर्ति सेवा आदि शामिल है।
दिलीप जावलकर ने कहा कि मास्टर प्लान के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों में पर्यावरणीय संतुलन तथा स्थानीय हित धारकों के निहितार्थ को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट के मूर्त रूप लेने से पर्यटक बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। इससे स्थानीय लोगों को अच्छी आमदनी वाले रोजगार प्राप्त हो सकेंगे। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को उत्कर्ष प्रदान करने वाली परियोजना सिद्ध होगी।
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान उत्तराखंड सरकार की ओर से अपर स्थानिक आयुक्त इला गिरी,जन संपर्क अधिकारी कमल किशोर जोशी तथा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की ओर से निदेशक कार्मिक वी के सिंह,कार्यकारी निदेशक संजय गर्ग,महाप्रबंधक होलानी आदि उपस्थित रहे।