सोनप्रयाग में दबोचे फर्जी ई-पास बनाने वाले 18 श्रद्धालु

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सोनप्रयाग
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हाई कोर्ट की ओर से चारधाम यात्रा पर रोक हटाये जाने के साथ ही कोविड नियमों के तहत यात्रा का संचालन करने के निर्देश दिए हैं। हर दिन देश के विभिन्न राज्यों से भगवान केदारनाथ के दरबार पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इन श्रद्धालुओं के पास ई-पास होने पर ही इन्हें आगे भेजा जा रहा है और तिथि के अनुसार ही श्रद्धालु केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं, मगर कुछ श्रद्धालु ऐसे भी हैं, जो फर्जी ई-पास से आ रहे हैं। ऐसे 18 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सोनप्रयाग से वापस लौटा दिया है।

केदारनाथ धाम के लिए न्यायालय के आदेश पर निर्धारित एसओपी और देवस्थानम बोर्ड द्वारा जारी ई-पास के अनुसार ही यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे जाने की अनुमति दी जा रही है। शुरुआती दो दिनों में अब तक कुल 1500 के करीब यात्रियों द्वारा बाबा केदारनाथ के दर्शन किये जा चुके हैं। यात्री अपने निर्धारित ई-पास तथा साथ में लाये जाने वाले दस्तावेजों सहित आ रहे हैं, लेकिन कुछ श्रद्वालु ऐसे भी हैं, जिनके द्वारा दिखाए जा रहे ई-पास में उनसे संबंधित डाटा गलत पाया जा रहा है। जनपद पुलिस के पास उपलब्ध केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की सूची में भी उनके नाम नहीं हैं तथा इनके द्वारा सोनप्रयाग बैरियर पर गलत ई-पास दिखाते हुए आगे जाने की जिद की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल ने बताया कि अब तक कुल 18 रजिस्ट्रेशन (ई-पास) गलत पाए गए हैं। ऐसे यात्रियों के विरुद्ध उत्तराखण्ड पुलिस अधिनियम की धारा 81 के तहत चालानात्मक कार्रवाई करते हुए सोनप्रयाग बैरियर से वापस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड से जिन लोगों के ई-पास जारी हो रहे हैं, उनकी लिस्ट मंगवाई जा रही है और हर चेक पोस्ट पर उस लिस्ट को देकर यात्रियों के आने पर वेरीफाई किया जा रहा है। केदारनाथ में एक दिन में 800 लोगों को दर्शन करने की अनुमति है।