उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का कहर अल्मोड़ा में भी बरपा है। इसके चलते अल्मोड़ा जिले में पत्रकार आनंद नेगी और उनके पोता-पोती सहित 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। सभी अपने मकानों के मलबे में आकर दब गए थे। इन मृतकों में दो महिलाएं, एक किशोरी और तीन पुरुष शामिल हैं। इस अतिवृष्टि के कारण एक राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ कई राज्यीय और ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिन्हें खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र अल्मोड़ा के अनुसार जनपद में बारिश और अतिवृष्टि के कारण भिकियासैंण के ग्राम रापड़ में एक मकान क्षतिग्रस्त होने से चार लोगों के दबे होने की सूचना मिली। इस सूचना के बाद रेस्क्यू शुरू किया गया और परिवार की महिला ऊषा पत्नी आनंद नेगी को बचा लिया गया, जबकि 3 व्यक्तियों के शव बरामद किए गए। इनमें 62 वर्षीय आनन्द सिंह नेगी, उनकी भतीजी के बच्चे 16 वर्षीय किरन पुत्री मदन सिंह और 12 वर्षीय तनु पुत्र मदन सिंह शामिल हैं।
पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी भिकियासैंण भेजा दिया है।
इसके अलावा तहसील अल्मोड़ा के अंतर्गत रात्रि 02 बजे मकान के ऊपर मलबा आने से हीरा डूंगरी निवासी वर्षीय 14 अरोमा सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह की दबने से मृत्यु हो गई, जबकि त्रिलोक सिंह और उनकी चचेरी बहन को मामूली चोटें आई हैं। इनका उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। मलबा गिरने से इनका आवासीय भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है।
उधर स्याल्दे के ग्राम मल्ला भाकुड़ा के तोक बितौड़ी में सरस्वती देवी पत्नी स्व.धन सिंह की मिट्टी के मलबा में दबने से मौत हो गई। पंचनामा की कार्रवाई की जा रही है। जबकि तहसील अल्मोड़ा के अंतर्गत ग्राम सिराड़ में 52 वर्षीय लीला देवी पत्नी चन्दन सिंह की भी मलबा में दबने से मौत गयी। एसडीआरएफ ने शव को मलबे से बाहर निकाला।