सरकारों की ओर से भले ही पहाड़ी जिलों में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं। लेकिन चमोली के पोखरी ब्लॉक में नौ वर्ष पूर्व स्थापित हुआ पॉलीटेक्निक संस्थान सरकारी दावों को मुंह चिढ़ा रहा है।
चमोली जिले के पोखरी क्षेत्र में बेहतर व्यावसायिक शिक्षा के लिये वर्ष 2013-14 में तत्कालीन राज्य सरकार ने उडामांड के परतोली में पॉलीटेक्निक संस्थान के संचालन की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही भूमि चयन कर भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन वर्ष 2017 में भवन निर्माण कार्य रुक गया। ऐसे में यहां संस्थान का संचालन देवर गांव में किराए के भवन पर किया जा रहा है, जिससे संस्थान के संचालन में जहां दिक्कतें आ रही हैं वहीं आधा-अधूरा बना भवन खराब होने से सरकारी धन की बरबादी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार जन प्रतिनिधियों और प्रशासन से भवन निर्माण की मांग के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
संस्थान का भवन निर्माण को लेकर उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया गया है। भवन निर्माण को लेकर शासन स्तर से कार्रवाई की जानी है। -एसआर गुप्ता, प्रधानाचार्य, राजकीय पॉलीटेक्नीक संस्थान, पोखरी।