रामनगर वन प्रभाग के फतेहपुर रेंज में छह लोगों को निवाला बना चुके आदमखोर बाघ को मारने के लिए शूटर पहुंच चुके हैं. शूटरों का दल आदमखोर बाघ के सर्च अभियान में जुट गया है. सोमवार देर रात तक चले अभियान में किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली.
हिमाचल के मशहूर शिकारी आशीष दास गुप्ता, मेरठ के जाने-माने अंतरराष्ट्रीय शूटर सैयद अली बिन हादी और हिमाचल के पांवटा साहिब के शिकारी चौधरी किरनेश जंग ने बाघ को पकड़ने या मारने के लिए मोर्चा संभाला है। शिकारी आशीष दास गुप्ता का कहना है कि टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया गया है. उनकी पहली प्राथमिकता होगी कि बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा जाए.
अंतरराष्ट्रीय शूटर सैयद अली बिन हादी का कहना है कि टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और देखा गया कि बाघ ने कैसे लोगों पर हमला किया है। देर रात से अभियान चलाया गया है. उन्होंने बताया कि सर्च अभियान के दौरान हाथी और जीप का सहारा लिया जा रहा है. टीम में चिकित्सक शामिल हैं जो बाघ को ट्रेंकुलाइज करने का काम करेंगे।
वन क्षेत्राधिकारी फतेहपुर रेंज ख्यालीराम आर्य का कहना है कि बाघ को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरे का भी सहारा लिया जा रहा है. इसके अलावा 72 कैमरा ट्रैप, आठ पिंजरे, जबकि डेढ़ सौ से अधिक वनकर्मियों को लगाया गया है. स्थानीय लोगों से जंगल में ना जाने की अपील की गई है. स्थानीय जनप्रतिनिधि नीरज तिवारी का कहना है कि आदमखोर बाघ छह लोगों को निवाला बना चुका है. इस कारण लोग खौफजदा हैं.
उल्लेखनीय है कि रामनगर वन प्रभाग की फतेहपुर रेंज में आतंक का पर्याय बन चुके बाघ को मारने का आदेश मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ने दिया है. बाघ पिछले तीन महीने में छह लोगों को निवाला बना चुका है।