मुख्यमंत्री ने बागवानी के लिए केंद्र से मांगे दो हजार करोड़ रुपये

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली प्रवास पर हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी का यह प्रथम दिल्ली दौरा है। उन्होंने इस भ्रमण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन में भेंट की। उन्होंने उत्तराखंड के विकास में प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया तथा विकास कार्यों के लिए दो हजार करोड़ रुपये की मांग की।

उनका कहना था कि उत्तराखंड बागवानी की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए कश्मीर की तर्ज पर बागवानी के लिए राशि मिलने पर प्रदेश की और प्रगति होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में नवीनतम तकनीक व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिए भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना तथा फार्मास्यूटिकल उद्योग के विकास के लिये नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च की स्थापना का भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कार्पोरेशन इंडिया लिमिटेड की अंशधारिता उत्तर प्रदेश का अंश उत्तराखंड को हस्तांतरित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने चारधाम की तर्ज पर कुमाऊं मंडल के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिये ‘मानसखण्ड मंदिर माला मिशन’ की स्वीकृति दिये जाने और पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति का भी पीएम मोदी से अनुरोध किया।

उन्होंने दून रेलवे स्टेशन हर्रावाला स्थानांतरित करने का आग्रह मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, योग व आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रसिद्ध है. यहां अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना से आयुष पद्धति को बढ़ावा मिलेगा और यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अन्य कई मांगे प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री के समक्ष रखी। इनमें जौलिंगकांग के बीच 5 किलोमीटर टनल और वेदांग से गो व सिपु तक 20 किलोमीटर सड़क मार्ग का निर्माण किया जाना, तवाघाट से बेदांग तक का मार्ग जोड़ना जिससे जौलिंगकांग एवं बेदांग की दूरी 161 किलोमीटर कम हो जाएगी।

इसी प्रकार सिपु से तोला के मध्य लगभग 22 किलोमीटर लंबाई की टनल के निर्माण जिससे दारमा वैली और जोहर वैली एक दूसरे से जुड़ जाएंगी। मिलम से लप्थल तक 30 किलोमीटर टनल के निर्माण से जनपद पिथौरागढ़ की जोहार घाटी व जनपद चमोली का लप्थल सड़क मार्ग से जोड़ा जाए जिससे उत्तराखंड को काफी लाभ मिलेगा और पर्यटन व्यवसाय को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अन्य कई मांगों पर भी इस अवसर पर चर्चा की।