मौसम विभाग की चेतावनी के बीच शनिवार सुबह देहरादून सहित राज्यभर में गरज के साथ मूसलाधार बारिश हो रही। मौसम विभाग ने नैनीताल और पौड़ी के रेड अलर्ट तो अन्य जिलों के जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी के मद्देनजर प्रशासन भी अलर्ट पर है। नदी किनारे रह रहे लोगों को वहां से हटने को कहा गया है।
शनिवार को सुबह से राजधानी देहरादून में मध्यम और तेज गति की मेघ के गर्जन के साथ बारिश गिर रही है। शुक्रवार देर रात्रि से बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बारिश इतनी तेज है कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पूरा आसमान घनघोर बादलों से घिरा हुआ है।
चमोली जनपद में शुक्रवार रात्रि से हो रही बारिश से ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ खचडू नाले के पास अवरुद्ध हो गया है। राजमार्ग में मलबा और नाले में अधिक पानी बहने से राजमार्ग बाधित है। वही बारिश के चलते अलकनंदा और पिंडर नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है।
अलकनंदा नदी खतरे के निशान से 2 मीटर कम-
मौसम विभाग की चेतावनी को लेकर आपदा विभाग और प्रसाशन अलर्ट मोड़ पर है। नदी किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। सभी जनपदों के जिलाधिकारियों अपने अपने जिलों में बारिश को लेकर चौकस है।
मौसम विभाग की ओर से पहले ही पौड़ी और नैनीताल जिले के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कहीं कहीं पर अत्यंत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, उधमसिंहनगर, चम्पावत, अल्मोड़ा बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है। नैनीताल, पौड़ी और पिथौरागढ़ में पहली से बारहवीं तक के स्कूलाें में बारिश के चलते छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मौसम निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। बारिश से पर्वतीय जिलों में भूस्खलन से सड़कें बंद हो सकती हैं, जिससे लोगों के आवागमन में खतरा बढ़ सकता है। पर्यटकों से मौसम को देखते हुए यात्रा से परहेज करने की सलाह दी गई है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जल स्तर भी बढ़ने के आसार हैं।