उत्तराखंड एसडीआरएफ फोर्स ने बहुत ही कम समय में देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक भी अपनी साख बनाई है। राज्य में अब तक के लिहाज से अतिसंवेदनशील जहां चार धाम यात्रा में देश विदेशों के असंख्य पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं वहां इस तरह की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी राहत और बचाव कार्य कर एसडीआरएफ के जवान असंख्य लोगों का जीवन बचा रहे हैं। यही कारण है कि आज उत्तराखंड से लेकर अमेरिका तक प्रदेश की एसडीआरएफ डंका बजता है।
ताजा मामला बीते 20 अगस्त का है, जब उत्तरकाशी के डोडीताल से लापता हुए 62 वर्षीय अमेरिकी नागरिक राजीव राव का उत्तराखंड एसडीआरएफ की टीम 72 घंटे में सकुशल रेस्क्यू करने में सफल रहा। इसके लिए अमेरिकी दूतावास ने उत्तराखंड पुलिस और एसडीआरएफ उत्तरकाशी की टीम का धन्यवाद किया है। इसके लिए अमेरिकी दूतावास ने एक पत्र भी प्रेषित किया है।
अमेरिका निवासी राजीव राव 17 अगस्त, 2022 को गणेशपुर से बासुकी नाग देवता की डोली के साथ डोडीताल गए थे। राजीव राव डोडीताल से 20 अगस्त से लापता हो गए थे। डोडीताल से लापता हुए विदेशी नागरिक की सूचना एसडीआरएफ को दी गई। सूचना पाकर एसडीआरएफ पोस्ट उजेली से रेस्क्यू टीम आरक्षी शक्ति रमोला के नेतृत्व में तत्काल मौके के लिए रवाना हुई। टीम ने लापता अमेरिकी नागरिक की तलाश के लिए गहन सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
72 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद 23 अगस्त को टीम ने अमेरिकी नागरिक राजीव राव को भैरव मंदिर से आगे उड़कोटी गाड़ की चोटी से सकुशल रेस्क्यू किया। रास्ता भटक जाने के कारण राजीव राव विपरीत दिशा में चले गए थे।
अमेरिकी दूतावास ने पत्र में सभी जवानों के नाम भी लिखे हैं। इसमें आपदा प्रबंधन अधिकारी देविंद्र पटियाल, निरीक्षक जगदम्बा प्रसाद, कॉन्स्टेबल शक्ति रमोला, श्रीकांत नौटियाल, विनोद रावत ,राम नरेश शामिल हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद उत्तराखंड में राज्य स्तरीय समर्पित आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की स्थापना हुई थी। एसडीआरएफ भूस्खलन, सड़क दुर्घटना जैसी आपदाओं के समय बचाव के साथ ही चारधाम यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा, कांवड़, महाकुम्भ आयोजन में भी अपना योगदान देती है।