विश्व विख्यात पर्यटन केन्द्र औली को जोड़ने वाली जोशीमठ-औली रोड अब बीआरओ को हस्तांतरित हो गई है। औली रोड की दुर्दशा को लेकर लोगों में भारी आक्रोश था और कई स्तरों से इस सड़क की दशा सुधारने की अपील भी की जाती रही है।
काफी मशक्कत के बाद अब जोशीमठ-औली सड़क बीआरओ को हस्तांतरित हुई है। बीआरओ ने सड़क की मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया है।
विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केन्द्र औली में वर्षभर पर्यटकों का आवागमन बना रहता है। पर्यटक भी जोशीमठ-औली रोड का अच्छा संदेश लेकर नहीं लौट रहे थे। स्थानीय लोग भी सड़क की दशा से बेहद परेशान थे, सड़क की हालात ठीक न होने के कारण पर्यटन सीजन में रोप वे पर भी भारी दबाव बना रहता है।
अब बीआरओ को हस्तांतरित होने से जोशीमठ-औली सड़क के दिन बहुरने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार जोशीमठ-औली रोड बीआरओ को हैंडओवर हो गई है और तुरन्त कार्य भी शुरू कर दिया गया है। फिलहाल नालियों की मरम्मत और गड्ढों को भरने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद डामरीकरण का कार्य शुरू होगा।
कर्नल कपिल ने बताया कि अभी लोनिवि के अधीन जो सड़क है उस पर कार्य शुरू किया गया है। सेना टीसीपी से सेना वाटर पॉइंट तक की 2 किमी सड़क को भी बीआरओ को हस्तांतरित कराने का प्रयास किया जा रहा है।