एसपी क्राइम हिमांशु वर्मा की फोटो का इस्तेमाल कर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सीआईयू और रानीपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने वारदात का खुलासा करते हुए तीन आरोपितों को बिजनौर से दबोचा है। आरोपितों के कब्जे से आठ मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड, चेक बुक बरामद की गई है। पुलिस ने गुरुवार को आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
बुधवार को एसपी अपराध हिमांशु वर्मा को ट्विटर हैंडल पर जानकारी मिली थी कि उनकी फोटो लगाकर रकम की वसूली की गई है। सूचना देने वाले युवक ने बकायदा एक मोबाइल फोन नंबर भी उपलब्ध कराया था, जिसके व्हाटसअप पर एसपी अपराध की डीपी लगी हुई थी। एसपी (अपराध) की फोटो लगाकर रकम मांगने के मामले के संबंध में कोतवाली रानीपुर में मुकदमा दर्ज कराया था। सीआईयू एवं रानीपुर पुलिस ने इलेक्ट्रानिक्स सर्विलांस की मदद से तीन आरोपित नावेद सलीम निवासी मोहल्ला पंजाबीयान नगीना बिजनौर, विकास कुमार निवासी विश्नोई सराय नगीना बिजनौर और अंशित विश्नोई निवासी विश्नोई सराय नगीना बिजनौर को बिजनौर से दबोच लिया। आरोपितों को दबोचकर पुलिस टीमें उन्हें यहां ले आई।
नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मास्टर माइंड नावेद है, जो फिलहाल गाजियाबाद में रह रहा था। मास्टर माइंड के चार बैंक खाते है, जिनमें सात से आठ लाख की रकम है, जो आमजन से ठगी गई थी। लॉटरी निकलने के नाम पर भी गैंग ठगी की घटना को अंजाम देता है। गिरफ्तार आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।