पश्चिमी विक्षोभ के दोबारा सक्रिय होने के चलते उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख हो सकते हैं। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से आगामी 25 जुलाई तक के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आपदा विभाग और पुलिस प्रशासन को राज्य भर में अलर्ट पर रखा गया है।
शुक्रवार सुबह देहरादून सहित आसपास के स्थानों पर धूप रही। पर्वतीय इलाकों में आसमान में आंशिक बादल छाए हुए हैं। देहरादून सहित मैदानी इलाकों में सुबह 10 बजे के बाद सूर्यदेव का कभी धूप तो कभी छांव का लुकाछिपी खेल जारी है। आकाश में बादल छाए हुए हैं। देहरादून सहित राज्य के चार जिलों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड में आज के लिए देहरादून, टिहरी गढ़वाल,पौड़ी और नैनीताल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि प्रदेश के 9 जिलों उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली ,उधम सिंह नगर, चम्पावत के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी है। राज्य में आगामी 25 जुलाई तक के लिए कहीं-कहीं भारी बारिश, गर्जन और आकाशीय बिजली चमकने को लेकर येलो अलर्ट है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
लोक निर्माण विभाग की ओर से राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण 130 नए सहित कुल 333 के आसपास भूस्खलन संभावित क्षेत्र को चिन्हित किया गया है। इनमें सबसे अधिक 96 टिहरी जिले में हैं। यहां पर्याप्त संख्या में कर्मचारी, जेसीबी मशीन व अन्य उपकरण तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
जिलेवार:- टिहरी में 96, अल्मोड़ा 95, रुद्रप्रयाग 33, चमोली 27, पौड़ी 22, नैनीताल 15, बागेश्वर 14, देहरादून 14, पिथौरागढ़ 04, चंपावत 03, हरिद्वार जिले में 03 है।