उत्तराखंड में भारी बारिश से जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है, वहीं प्रशासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है। भारी बारिश के कारण अब तक सड़क और पुलों के ढहने से 250 करोड़ की क्षति हुई है। पुलों की ऑडिट की जा रही है। आने वाले दिनों में क्षति का और आकलन सामने आएगा।
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के सचिव पंकज पांडेय ने बताया कि मानसून के शुरुआती एक महीने में प्रदेश में भारी बारिश से करीब 250 करोड़ के पुल और सड़कों का नुकसान हुआ है। बारिश का सीजन अभी बाकी है। इस दौरान और क्षति बढ़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि राज्य मार्ग, पीएमजीएसवाई सड़कें, ग्रामीण सड़कें बारिश की वजह से बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। इनके क्षति का आकलन अभी किया जा रहा है।
लोनिवि सचिव ने बताया कि वर्तमान में विभाग की प्राथमिकता है कि क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों को तुरंत सुचारू कर यातायात को बहाल किया जाए, ताकि आम लोगों को ज्यादा दिक्कत न उठानी पड़े। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर लोक निर्माण विभाग ने पुलों की जांच शुरू कर दी है। उत्तराखंड में कुल 3262 पुल हैं। इनमें से लगभग 2250 पुलों की सेफ्टी ऑडिट शुरुआती दौर में की गई है। इनमें से 86 पुल खतरनाक स्थिति में पाए गए हैं। सबसे अधिक पौड़ी जिले में 18, देहरादून 14 और चमोली में 13 पाये गये हैं, जबकि 1012 पुलों का अभी निरीक्षण करना है। ऐसे पुलों की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है, जो मामूली मरम्मत से ठीक हो सकते हैं या पूरी तरह उन्हें नए रूप से तैयार करना होगा। इसके लिए बजट का प्रावधान भी कराया जा रहा है।