रुद्रप्रयाग, जिला प्रशासन की पहल पर युवा कल्याण विभाग के सहयोग से जिले के तीनों ब्लॉकों से 30 युवाओं को ढोल-दमाऊ और अन्य वाद्य यंत्रों का एक माह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में उत्तराखंड की प्राचीन परम्परा और पौराणिक धरोहर को बचाने के लिए प्रशासन की ओर से एक महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम का बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी ने शुभारंभ किया। शुभारंभ के मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी ने कहा कि पहाड़ की पारम्परिक धरोहर को विकसित करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इससे यात्रा काल में देश-विदेश से आने वाले पर्यटक, श्रद्धालु पहाड़ की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। साथ ही युवाओं को भी अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाएगा। ढ़ोल का प्रशिक्षण ग्राम चाका के मधुलाल, दमाऊ का ग्राम दानकोट के कमल लाल, मसकबाजा का ग्राम सौड़ भटगांव के मदनलाल और कैशियो का ग्राम खांकरा के शरद लाल द्वारा दिया जा रहा है। प्रशासन की ओर से हर प्रशिक्षक को 5 हजार रुपये मानदेय के रूप में दिया जा रहा है। इस बैच के बाद दूसरे बैच को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मौके पर जिला युवा कल्याण अधिकारी केएन गैरोला, कैम्प कमांडेंट जगमोहन रावत, सहायक कैंप इंचार्ज मनोज बजवाल आदि उपस्थित थे।