महपौर सुनील उनियाल गामा और भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट के आश्वासन के बाद दो माह से धरने प्रदर्शन पर डटीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंगलवार को अपना आंदोलन स्थगित कर दिया। कार्यकत्रियों ने यह निर्णय मेयर सुनील उनियाल गामा और भाजपा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट के बर्खास्त की गयी सभी 275 कार्यकत्रियों की सेवांए बहाल करने के आश्वासन पर लिया। इन दोनों नेताओं ने कहा है कि सभी बर्खास्त की गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बहाल करने के साथ उनकी मांगों को लेकर एक माह में समिति बनायी जायेगी। इसके बाद आंदोलनकारी कार्यकत्रियों ने अपना आंदोलन एक माह के लिए स्थगित कर दिया है।
बीते दो माह से यह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपना मानदेय 18 हजार करने और सरकारी कर्मचारी घोषित करने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन कर रही थीं। लेकिन सरकार उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थी। बल्कि इसके विपरीत सरकार यह कहकर कि उनके आंदोलन के कारण अनेक जनहित की योजनाएं बाधित हो रही हैं तथा कई विभागों के काम ठप हो गये हैं। इसको लेकर सरकार ने 275 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बर्खास्त कर दिया था।
इस आंदोलन को लेकर आज प्रीतम सिंह ने प्रतिनिधि मडंल के साथ सीएम त्रिवेन्द्र से मिलकर उनकी बात सुनने और बर्खास्तगी जैसी कार्रवाई न करने का अनुरोध किया था। इस मामले में आज आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भाजपा महानगर अध्यक्ष और मेयर सुनील उनियाल गामा ने भी उनसे बातचीत की और आंदोलन खत्म करने को कहा। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी मांगों पर गौर करेगी।
इस आश्वासन के बाद आंदोलन की अगुवाई कर रही रेखा ने बताया कि अभी आंदोलन स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं। अगर सरकार ने एक माह में समिति नहीं बनायी और उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो वह फिर 10 मार्च से आंदोलन शुरू कर देंगी। मेयर सुनील उनियाल गामा ने अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जूस पिलाकर उनका आंदोलन समाप्त करवाया। इससे पूर्व महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट से इन आंदोलनकारियों मुलाकात की थी।