रिमझिम वर्षा और सर्दी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ नहीं पाई है, उनका आंदोलन लगातार मंगलवार को भी जारी रहा। अपना मानदेय बढ़ाकर 18 हजार करने सहित अन्य तमाम मांगों को लेकर अत्यन्त विपरीत मौसम और परिस्थितियों के बावजूद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। बीते 60 दिनों से सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाली इस आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मंगलवार को बारिश के बीच भी अपना आंदोलन जारी रखा वहीं विपक्ष द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की उपेक्षा का यह मुद्दा विशेष सत्र के दौरान सदन में भी सुनाई दिया।
अपनी मांगों को लेकर यह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां न सिर्फ परेड ग्राउंड में 60 दिनों से धरने पर बैठी है अपितु कितनी ही बार सचिवालय, मुख्यमंत्री आवास और मंत्री आवास कूच कर प्रदर्शन कर चुकी हैं। मंगलवार को खराब मौसम के बावजूद यह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक बार फिर दून की सड़कों पर उतरीं और सरकार के खिलाफ उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। धरनास्थल से सचिवालय कूच के लिए निकली इन आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों को पुलिस ने सुभाष रोड पर बेरीकेटिंग लगाकर आगे जाने से रोक दिया गया। जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस खराब मौसम में भी सैकड़ों की संख्या में इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी मौजूदगी से यह साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जायेगा वह पीछे हटने को तैयार नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकार गूंगी बहरी हो गयी है। जिसको जगाने के लिए उन्हे संघर्ष करना पड़ रहा है। कहा कि वह जल्द ही आमरण अनशन शुरू करेंगी। कांग्रेस विधायक पीसीसी प्रमुख प्रीतम सिंह द्वारा विधानसभा में भी इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया।