मुंबई, वैश्विक हेल्थकेयर कंपनी एबॉट ने इन्फ्लूएंजा के लिए एक नई निष्क्रिय क्वाड्रीवेलेंट वैक्सीन लॉन्च की है। यह भारत में वायरस के चार उपभेदों (स्ट्रेन) के प्रति सुरक्षा प्रदान करने वाली अपनी तरह की पहली सब-यूनिट वैक्सीन है। यह भारत में एकमात्र 0.5 मिली. क्वाड्रीवेलेंट फ्लू वैक्सीन है, जिसे 3 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में इस्तेमाल के लिए अनुमोदित किया गया है।
इन्फ्लूएंजा आम सर्दी-जुकाम से अलग होता है। यह श्वसन तंत्र से संबंधित संक्रमण है, जो सभी उम्र वालों को प्रभावित करता है। इन्फ्लूएंजा संक्रमण के चलते आमतौर पर 3 से 4 दिनों तक तेज बुखार होता है, जिसमें सिरदर्द, माइएल्जिया या मांसपेशियों में दर्द, थकावट और छाती में गंभीर दिक्कत और खांसी जैसे लक्षण भी शामिल हैं। इसके अलावा, इन्फ्लूएंजा कुछ समूहों में गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। ऐसे समूहों में छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ ही सांस संबंधी बीमारियों, हृदय रोग और मधुमेह आदि से ग्रस्त लोग आते हैं। इन्फ्लूएंजा ए और बी नामक दो वायरस इंसानों में रोग का कारण बनते हैं। फिलहाल ये विश्व स्तर पर और भारत में फैल रहे हैं और मौसमी प्रकोप पैदा कर रहे हैं। इन्फ्लूएंजा के चलते पड़ने वाला बोझ काफी होता है। अनुमान है कि इन्फ्लूएंजा से संबंधित सभी मौतों में से 25 प्रतिशत मौतें बी वायरस जुड़ी हुई है।
एबॉट इंडिया की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. श्रीरूपा दास के मुताबिक यह विशिष्ट प्रकार का वैक्सीन कम साइड इफेक्ट्स के साथ बढ़िया प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उपलब्ध कराता है। यह फ्लू से ज्यादा से ज्यादा लोगों का बचाव करने को लेकर एबॉट के प्रयासों की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। एबॉट का “मदर्स अगेंस्ट इन्फ्लूएंजा” (एमएआई) अभियान इन्फ्लूएंजा के संभावित गंभीर परिणामों की पहचान करता है। इसके तहत एबॉट इन्फ्लूएंजा से परिवारों की सुरक्षा के महत्व को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ा रहा है ताकि वे सेहतमंद और भरपूर जीवन जी सकें।