भारत में 6500 करोड़ का निवेश करेगा आबूधाबी

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राष्ट्रीय निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) और आबूधाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीएए) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग और संयुक्त अरब अमीरात सरकार (यूएई) के बीच हुए इस एमओयू के मुताबिक एडीए ग्रुप भारत में 1 अरब अमरीकी डालर यानि लगभग 6500 करोड़ रूपये का निवेश करेगा।

समझौते के एक भाग के रूप में, एआईडीआई एनआईआईएफ मास्टर फंड में पहली संस्थागत निवेशक बन जाएगा और एनआईआईएफ के निवेश प्रबंधन कंपनी में एक शेयरधारक बन जाएगा।

छह घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा ओल्ड म्युचुअल लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड भी भारत सरकार के अलावा एआईडीएआई के साथ एनआईआईएफ मास्टर फंड में शामिल हो रहे हैं।

आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि यह एमओयू एनआईआईएफ के संचालन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह समझौता व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं में निवेश के जरिए महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव पैदा करने का मार्ग प्रशस्त करता है।

एनआईआईएफ जुलाई, 2015 को केंद्रीय मंत्रिमंडल के निर्णय के बाद बनाया गया था और इसे सेबी विनियमों के तहत एक या एक से अधिक वैकल्पिक निवेश निधि (एआईएफ) के रूप में स्थापित करने की परिकल्पना की गई थी। एनआईआईएफ के प्रस्तावित कोष रुपये 40,000 करोड़ (लगभग 6 बिलियन अमरीकी डॉलर) है। एनआईआईएफ में भारत सरकार का योगदान किसी भी समय किसी भी समय कुल प्रतिबद्धता का 49% होगा। एनआईआईएफ को विदेशी सामंजस्य / अर्ध-सार्वभौमिक / बहुपक्षीय / द्विपक्षीय निवेशकों से इक्विटी भागीदारी के लिए खुला रखा गया है।