देहरादून। पुलिस लाइन देहरादून में आईआरटीई फरीदाबाद द्वारा सड़क दुर्घटनाओं के संबंधित” कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑन ट्रैफिक मैनेजमेंट एंड एक्सिडेंट इन्वेस्टीगेशन” विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला गुरूवार से शुरू हो गई है। कार्यशाला का शुभारंभ अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने पुलिस लाइन सभागार कक्ष में किया गया। 14 अप्रैल तक चलने वाली इस कार्यशाला का प्रमुख लक्ष्य ऊंचे दर्जे की क्षमता व प्रभावोत्पादकता को हासिल करना है। कार्यशाला में ट्रैफिक पुलिस तथा जनपद पुलिस के उन अधिकारियों को क्षमता निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा जो सड़क हादसों की जांच और यातायात प्रबंधन का कार्य करते हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि भारत में सड़क हादसों में प्रतिवर्ष हज़ारो लोगों की जान जाती है। विश्व स्तर पर होने वाले हादसों में 12.5 फ़ीसदी हादसे भारत में होते हैं। यहां हर 4 मिनट में एक सड़क दुर्घटना होती है। उन्होंने कहा कि आईआरटीई के सहयोग से किए जा रहे इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति को सुधारने की दिशा में जरुरी प्रभाव छोड़ना है तथा लोगों को यातायात नियमों के प्रति और जागरूक करना है। कार्यक्रम के दौरान इंस्टिट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन (आईआरटीई) के प्रेसिडेंट डॉक्टर रोहित बलूजा ने कहा कि आईआरटीई की टीम द्वारा तीन दिवस तक जनपद के विभिन्न क्षेत्र में जाकर यातायात व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया गया। आगामी तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान टीम द्वारा किए गए सर्वे में यातायात व्यवस्था की स्थिति के संबंध में आईआरटीई फैकल्टी के एक्सपर्ट पैनल द्वारा उपस्थित अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा तथा यातायात व्यवस्था के सुधारीकरण के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाई जाएगी।
कार्यशाला के दौरान पुष्पक ज्योति, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र, केवल खुराना, निदेशक यातायात, निवेदिता कुकरेती कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, लोकेश्वर सिंह, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून, रोहित बलूजा, अध्यक्ष आईआरटीई व अन्य सम्मानित अतिथिगण उपस्थित रहे।