देहरादून, कोतवाली नगर क्षेत्र से एक युवती के अपहरण का मामला पूरे शहर में सनसनी फैला दी। यह मामला पुलिस जांच में झूठा पाया गया। जिस लडकी के अपरहण की बात कही जा रही थी उसने खुद एक झूठी कहानी रची थी। झूठी सूचना देने व गढ़ने के संबंध में लड़की और उसके परिजनों के विरुद्ध अब पुलिस कार्रवाई करेगी।
मंगलवार सुबह को शहर के गांधी ग्राम क्षेत्र में एक घर में तीन बुरका पहनी महिलाओ द्वारा भीख मांगने के बहाने घर में घुसने औ एक लड़की का अपरहण कर ले जाने की सूचना आग की तरह शहर में फैल गई। अपहरण का मामला सामने आते पुलिस के हाथ पाव फूल गये। लड़की के पिता निवासी गांधी ग्राम, अब्दुल वहीद पुत्र, स्व अब्दुल लतीफ ने इस प्रकराण में लक्ष्मण चौक पर एक तरहरी दिया था। तहरीर में बताया कि उसके तीन बेटे और तीन बेटियां हैं, जिसमे एक बेटी की शादी हो चुकी है, आज इनकी बड़ी बेटी शाहना (25) व छोटी बेटी सानिया दोनो अकेले सुबह से घर पर थी। छोटी बेटी सानिया ने बताया कि सुबह 10:45 बजे तीन महिलाये जो बुरका पहने थी और एक बीन बुरका के थी। तीनो बुरके वाली महिलाएं दरवाजे से अंदर आ गयी और आटा चावल मांगने लगी और मौक पाकर शाहना का अपहरण कर लिया।
मामले मौके की चश्मदीद सानिया से जब पुलिस ने पुन: पूछताछ की तो उसने बताया कि इसकी बहन शाहना का किसी बॉम्बे के लड़के से दोस्ती है। करीब 4 महीने पहले उसके घरवाले रिश्ते के लिए इनके घर आये थे। तब किसी बात पर रिश्ते की बात नही हो पाई। किन्तु शाहना उसी से शादी करना चाहती थी तो आज उस लड़के को देहरादून बुलाया था औ वह रेलवे स्टेशन पर था। शाहना ने ही सानिया को चार औरतो के बारे में भीख मांगने के बहाने अंदर आने और उसको किडनेप करने की कहानी घरवालो को बताने के लिए कहा था। उसने उसी के कहे अनुसार सारी झूठी कहानी गढ़ दी और कमरे में पहले से ही आटा चावल बिखेर दिया। जिससे ऐसा लगे कि वास्तव में कोई भीख मांगने वाले आये और शाहना को ले गए। बताया कि वह अकेले ही सुबह 9.30 बजे घर से चली गयी थी। पुलिस का कहना है कि अब तक कि जांच से यह घटना असत्य पायी गयी हैं। झूठी सूचना देने व गढ़ने के संबंध में वादी व उसके परिजनों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।