पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पैसा कमाने के चक्कर में अगर दाना, पानी, भूख व आराम ना मिलने के कारण घोड़े-खच्चरों की मौत हुई तो उनके मालिक व हाॅकरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री बहुगुणा यहां रुद्रप्रयाग के एक दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे हैं। गुलाबराय मैदान पर मंत्री बहुगुणा का जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने स्वागत किया गया। कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने रुद्रा काम्पलैक्स रुद्रप्रयाग में संबंधित अधिकारियों के साथ एक बैठक कर केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि केदारनाथ धाम यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने व यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए। यदि कोई घोड़ा खच्चर कमजोर एवं अनफिट है तो उसका यात्रा मार्ग में संचालन न किया जाये और प्रत्येक दिन पचास फीसदी घोड़े खच्चरों को आराम दिया जाए।
उन्होंने जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों का समुचित ध्यान रखा जाये। यात्रा मार्ग में उनके लिए पानी की उचित व्यवस्था की जाये।
मंत्री बहुगुणा ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में लगभग दस हजार घोड़े खच्चर हैं जबकि आठ हजार पांच सौ घोड़ों का ही रजिस्ट्रेशन किया गया है। उन्होंने पांच सदस्यों की टीम भी गठित करने के निर्देश दिये जिसमें पशु चिकित्सक, पुलिस, जिला पंचायत एवं जिला प्रशासन के लोग शामिल होंगे जिनका कार्य होगा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोडे खच्चरों का निरन्तर निगरानी करते हुये जांच करेगें एवं जांच में पाया जाता कि घोडा खच्चर कमजोर पाया जाता है तो यात्रा मार्ग में उसका संचालन न किया जाये।
मंत्री बहुगुणा ने कहा यदि यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चर की मौत के बाद जांच रिपोर्ट में यह पाया जाता है कि उसकी मौत उचित दाना-पानी न मिलने व भूख के कारण हुई है तो घोड़े खच्चर मालिक एवं हाॅकर के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। बीमार घोड़ा खच्चर के स्वस्थ नहीं संबंधी डॉक्टरों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के बाद ही उनका संचालन किया। बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके दिशा-निर्देशों का संबंधित अधिकारियों से अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा।