ऋषिकेश, दुनिया के नक्शे पर राफ्टिंग के लिये अपनी अलग पहचान बनाने वाले ऋषिकेश में राफ्टिंग कुछ दिन और ही होगी। दरअसल जुलाई का महीना आते-आते पहाड़ों पर बारिश के चलते गंगा नदी का जल बढ़ जाता है। इसके कारण सुरक्षा को देखते हुए आधिकारिक तौर पर गंगा में राफ्टिंग सीजन भी 3 महीने के लिए बंद हो जाता है।
गौरतलब है कि ऋषिकेश में देश विदेश से हजारों सैलानी सालाना राफ्टिंग का आनंद लेने पहुंचते हैं। इसके चलते राफ्टिंग से जुड़े व्यवसाय भी यहां काफी पनपे हैं। राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट का कहना है कि “इस बार सीजन में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक आए हैं, अभी गंगा में राफ्टिंग के कुछ दिन बचे हैं। 30 जून के आसपास अगर नदी में पानी बढ़ जाता है तो राफ्टिंग बंद हो जाएगी और अगले सीजन में पर्यटकों को हम फिर बेहतर सुविधा देने लगेंगे।”
पिछले साल सितंबर से इस साल जून के बीच ठीक मानसून के ागाज़ से पहले ऋषिकेश देश विदेश से लाखों से पर्यटक राफ्टिंग के रोमांच का मज़ा उठाने आ चुके हैं। इनमे खासतौर पर शिवपुरी से लक्षमण झूला के बीच के 16 किमी के दायरे को राफ्टिंग के लिहाज से विश्व में बेहतरीन ट्रैक माना जाता है।
हांलाकि पिछले कुछ समय में राफ्टिंग का ये उद्योग राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण और अदालतों के निशाने पर भी रहा है। समय समय पर यहां लगने वाले बैन के कारण इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को खासा नुकसान भी झेलना पड़ा है। इसी कारण से इन व्यापारियों की सरकार से राफ्टिंग को लेकर एक ठोस नीति बनाने की मांग लंबे समय से रही है।
बहरहाल इस समय अधिक्तर राफ्टिंग कैंप या तो बंद हो चुके हैं या सीजन समाप्ति की तैयारियों में लगे हैं। इस सीजन के समापन के साथ ही अगर आप आने वाले समय में राफ्टिंग का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो अब पर्यटकों को सितंबर तक रिवर राफ्टिंग का मजा लेने का इंतजार करना पड़ेगा।