दिल्ली के रामजस कॉलेज में हुए विवाद की आंच शनिवार को केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिडला परिसर तक पहुंच गई। यहां आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं के बीच जमकर लात घूंसे चले। कालेज के गेट से मुख्य हाईवे तक चला हंगामा पुलिस हस्तक्षेप पर शांत हुआ।
घटनाक्रम में दो छात्राओं समेत आधा दर्जन को चोटें आई हैं। इनमें तीन का पुलिस ने मेडिकल भी कराया। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्र संगठन आइसा के कार्यकर्ता शनिवार दोपहर रामजस कालेज प्रकरण का लेकर परिसर के मुख्य गेट पर पुतला दहन कर रहे थे। इस दौरान गढ़वाल विवि छात्रसंघ में छात्रा प्रतिनिधि शिवानी पांडे और अंकित उछोली के नेतृत्व में यहां प्रदर्शन कर रहे आइसा कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे।
कुछ ही दूरी पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की टोली उनके नारों के विरोध में आवाज बुलंद कर रही थी। इस बीच, दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। देखते ही देखते दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं में हाथापाई होने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला संभाला।
आइसा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे पुतला फूंकने के बाद नारेबाजी कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे तभी अभाविप कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट और गाली गलौज शुरू कर दी। उधर, विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री सुधीर जोशी ने कहा कि घटना स्थल पर विद्यार्थी परिषद के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उन्हें रोकने की कोशिश की तो आइसा कार्यकर्ता मारपीट करने लगे।
गढ़वाल विवि छात्रसंघ में छात्रा प्रतिनिधि शिवानी पांडे और कृष्णा मिश्रा ने महिला आयोग से शिकायती पत्र भेज कर मामले की जांच करवाने का अनुरोध किया है। कृष्णा मिश्रा का आरोप है कि मारपीट के दौरान वह बीच बचाव का प्रयास कर रही थी, तभी उन पर हमला किया गया और गाली गलौज की गई।