मुंबई, हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा के बाद अजय देवगन ने भी मी टू अभियान को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अपनी नई फिल्म टोटल धमाल को लेकर मीडियाकर्मियों के साथ मुलाकात में अजय देवगन ने मी टू अभियान से जुड़े सवालों को लेकर कहा कि ये एक गंभीर मुद्दा है, जिसका सरलीकरण करना गलत होगा। अजय ने साफ तौर पर कहा कि जब तक अदालत या किसी और संस्था से किसी को कसूरवार नहीं ठहराया जाता, तब तक वे किसी को दोषी नहीं मानते।
अजय ने इस बात पर भी जोर दिया कि इन मामलों में शामिल लोगों का मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए। अजय कहते हैं कि वे पीड़ित महिलाओं का हर तरह से समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि उनको इंसाफ मिले, लेकिन इंसाफ पाने के लिए उनको व्यवस्था में जाना चाहिए। अजय ने स्वीकार किया कि पिछले साल मी टू के मामले सामने आने के बाद फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के प्रति लोगों के रवैये में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता।
अजय की निर्माणाधीन फिल्म दे दे प्यार दे के निर्देशक लव रंजन पर भी पिछले साल एक महिला ने मी टू में यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। लव रंजन को लेकर अजय ने दोहराया कि जब तक उनके खिलाफ लगे आरोप साबित नहीं हो जाते, तब तक वे किसी को दोषी नहीं मान सकते।