डोईवाला- राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत निशुल्क शिक्षण संस्थान पेन-इंडिया स्कूल के बच्चों को कृमि उन्मूलन की दवाई एल्बेंडाजॉल खिलाई गई। अवसर पर दवा के खाने से बच्चों को होने वाले लाभ के साथ कृमि से बचाव की जानकारी दी गई।
पेन-इंडिया फाउंडेशन के बैनर तले भानियावला में संचालित निशुल्क शिक्षण संस्थान पेन-इंडिया स्कूल के नौनिहालों को आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुनीता सैनी ने कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल की गोली एक से दो साल तक के बच्चों को आधी देनी चाहिए, व तीन से 19 वर्ष के बच्चों को एक गोली खिला सकते हैं। इस दवा का सेवन हरेक छह में किया जाना चाहिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि बीमारी व कृमि के प्रभाव से बचने के लिए स्वच्छ रहें। खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोएं। खाली पैर के बजाए चप्पल का उपयोग करें। खेल के दौरान गंदगी वाले जगह से दूर रहें। इसका उन्मूलन सभी के सहयोग से संभव है। पेन-इंडिया के संस्थापक अनूप रावत ने कहा कि पेन-इंडिया स्कूल का फोकस बच्चो के ओवर ऑल डेवलेपमेंट पर है। शिक्षा के साथ बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाता है। इससे पहले बच्चों को स्कूल में पोलियो उन्मूलन की ड्रॉप भी पिलाई गई थी। साथ ही स्कूल में हिमलायन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने बच्चों की त्वचा रोग व डेंटल हाईजीन के संबंध में स्वास्थ्य जांच भी की थी। निदेशक व एमएसडब्ल्यू विशेषज्ञ संतोष बुड़ाकोटी ने बताया कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 5 से 13 साल तक के बच्चों को कृमि सकंम्रण का खतरा बना रहता है। बताया कि कृमि संक्रमण प्रत्यक्ष रूप से न दिखने पर भी बच्चों के स्वास्थ्य व उनके सम्रग विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस दौरान वॉलंटियर शिक्षिक ऋतु शर्मा व दीपालिका नेगी मौजूद रहे।