कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट

    0
    573
    ओमीक्रोन
    FILE

    अभी तक कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए कोई दवाई नहीं बनी है, लेकिन इसके लक्षणों के आधार पर चिकित्सक इलाज में दूसरी जरूरी दवाओं का उपयोग कर रहे हैं। कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। चाइना में इस बीमारी का प्रकोप चल रहा है जिसके चलते अब उत्तराखंड भी अलर्ट पर हैं केंद्र सरकार की गाइडलाइन आने के बाद उत्तराखंड के एयरपोर्ट सहित रेलवे स्टेशनों पर नेपाल औऱ चायना से आने वाले यात्रियों की स्केनिंग की जा रही है, साथ ही निर्देश जारी किये गए हैं कि अगर कोई भी यात्री इस वायरस से ग्रस्त पाया जाता था तो उसको तत्काल रोक दिया जाय।

    कोरोना वायरस ने चीन से निकलकर अन्य देशों में पांव पसारने शुरू कर दिए है। भारत में भी कोरोना वायरस के फैलने की आशंका के चलते सर्तकता बरती जा रही है। उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग ने पंतनगर और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट को अलर्ट जारी किया है।  उत्तराखंड की डीजी हेल्थ डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन आ चुकी है, जिसमें जॉलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट से समन्वय स्थापित करते हुए यह निर्देशित किया गया है कि चाइना से यदि कोई पैसेंजर आ रहा है तो उसकी स्क्रीनिंग की जाए। यदि कोई संदिग्ध मरीज बुखार से पीड़िता है तो उसे वहीं रोक दिया जाए, ताकि उसकी स्क्रीनिंग की जा सके। यदि स्क्रीनिंग करने के बाद कोई भी सिम्टम्स पाए जा रहे हैं तो उनको आइसोलेट किया जा रहा है।

    डीजी हेल्थ डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन आ चुकी है, जिसमें जॉलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट से समन्वय स्थापित करते हुए यह निर्देशित किया गया है कि चाइना से यदि कोई पैसेंजर आ रहा है तो उसकी स्क्रीनिंग की जाए।विभाग ने नेपाल और चीन सीमा से लगे जिलों में भी अलर्ट जारी किया है. नेपाल बॉर्डर के आसपास आने जाने वाले लोगों के लिए चिकित्सकों की टीमें लगाई गई है. बॉर्डर पर लोगों की स्क्रीनिंग करके उनसे पूछेंगे कि क्या वह वेस्ट चाइना की यात्रा करके तो नहीं आए हैं? यदि उनमें से किसी व्यक्ति में कफ और बुखार के सिम्टम्स पाए गए तो उनके घर को भी ट्रेस किया जाएगा। अगर ऐसे मरीजों में कोई लक्षण पाए जाता हैं तो उस मरीज को आइसोलेट करके दिल्ली स्थित सेंटर को इन्फॉर्म किया जाएगा, विभाग के मुताबिक कोरोनावायरस को लेकर एक रणनीति के तहत सभी डॉक्टरों को अलर्ट पर रखा गया है।

    कोरोना वायरस के मरीजों में आमतौर पर जुखाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं, इसमें फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण होता है, मरीज को वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है।