उत्तराखंड में भारी बारिश से अभी राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। आगामी चार दिनों यानी 28 जुलाई तक के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के चलते आपदा विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
उत्तराखंड में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते भू-स्खलन एवं मलबा के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं। राज्य में 04 राष्ट्रीय मार्ग सहित लगभग 304 सडकें बंद हैं जिन्हें खोलने का कार्य किया जा रहा है। हालांकि सोमवार सुबह देहरादून सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की धूप निकली। लेकिन, आसमान में बादल डेरा डाले हुए हैं।
इस बीच राज्य के अधिकतर जिलों में अगले चार दिन के लिए तेज बारिश और बौछारें पड़ने का ऑरेंज एवं येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और तेज बारिश होने की संभावना है। दून में कहीं-कहीं आज आकाशीय बिजली चमकने के साथ तीव्र बौछार की संभावना है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक आज राज्यभर में येलो अलर्ट और 25 जुलाई को चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर चंपावत नैनीताल जिले के आरेंज एवं बाकी जिले के लिए येलो अलर्ट और 27 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया। राज्य में 28 जुलाई के लिए देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर, हरिद्वार जिले में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और उत्तरकाशी चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर,अल्मोड़ा के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि राज्य के ज्यादातर इलाकों में आसमान में आंशिक बादल बने रह सकते हैं। गरज-चमक के साथ तीव्र बारिश होने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं तेज बौछारों के एक से दो दौर हो सकते हैं। मौसम का प्रभाव इस सप्ताह बना रहेगा।
भारी के कारण उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94) डाबरकोट में मलबा और बोल्डर लगातार आने से बाधित है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) कमेड़ा के पास 100 मीटर रोड वॉशआउट होने और कर्णप्रयाग-गैरसैण राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-109) कालीमाटी के पास वॉशआउट होने से यातायात बाधित है। जोशीमठ-मलारी बॉर्डर रोड जुम्मा के पास वॉशआउट से प्रभावित मार्ग पर पैदल आवागमन के लिए पैदल पुल का निर्माण कर दिया गया है।
गोचर कमेड़ा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग लगभग 70 मीटर टूटने के कारण आवाजाही के लिए बाधित हो गया है। मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। दो-से तीन दिन तक बद्रीनाथ धाम को जाने वाले यात्रियों और वाहनों के लिए यह मार्ग बाधित रहेगा।
राज्य में 04 राष्ट्रीय राज्य मार्ग और 14 राज्यमार्ग सहित कुल 304 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है। पिथौरागढ़ में तीन बॉर्डर मार्ग सहित कुल 18 ग्रामीण मोटर मार्ग और चंपावत में एक राजमार्ग और 11 ग्रामीण, बागेश्वर में एक राजमार्ग और 5 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। नैनीताल जिले में एक राजमार्ग और चार ग्रामीण मार्ग व अल्मोड़ा में 08 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। हरिद्वार 01 राज्य मार्ग और 05 ग्रामीण मार्ग, पौड़ी में 02 राज्य मार्ग सहित कुल 28 मार्ग, टिहरी में 01 राज्यमार्ग सहित 19 सड़कें और रुद्रप्रयाग में 43 और चमोली में 2 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 61 अन्य मार्ग बंद हैं। उत्तरकाशी में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 48 अन्य मार्ग बंद है। सड़कों को खोलने के लिए के लिए कार्य गतिमान है।