गोपेश्वर, बदरीनाथ में कपाटोद्घाटन के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। 29 अप्रैल को प्रातःसाढे चार बजे भगवान के कपाट खुलेंगे। मंदिर समिति ने सिंहद्वार समेत पूरे मंदिर परिसर को हमेशा की तरह भव्य रूप देने की तैयारी कर दी है। लगभग 50 से 55 कुंतल फूलों से सिंहद्वार समेत मंदिर परिसर सजाया जाएगा। शीतकाल बंद रही दुकाने भी सजने लगी है। धर्मशालाओं और लॉज होटलों को भी सजाया जाने लगा है। यहां लगभग पूरी तैयारियां हो गई अब प्रतिक्षा उस सुखद क्षण की जब भगवान बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे।
बदरीनाथ में कपाट खुलने को लेकर धर्म पूर्ण उत्साह सब के चहरे पर दिखता है। सिंहद्वार को रंग-रोगन हो चुका है। सफाई, स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यात्रियों को किसी बात की परेशानी न हो और सुलभता से भगवान के दर्शन हो सके लिए प्रशासन, पुलिस व मंदिर समिति ने व्यवस्था बना दी है। इधर छह माह से बंद पडी धर्मशालाओं, लाॅज, होटलों में रौनक बढने लगी है।
कपाट खुलने पर हमेशा की तरह इस बार भी हजारों फूलों का श्रृंगार सिंहद्वार से लेकर अंलकनंदा पर बने पुल तक दिखेगा। गेंदे, चंपा, चुही के साथ विदेशी खूबसूरत फूलों से भी सिंहद्वार और अन्य परिसर सजाये जायेंगे। पहले दिन कपाट खुलने से लेकर कपाट के बंद होने तक यात्री भगवान के दर्शन आसानी से कर सके इसके लिए अभी से तैयारी हो गई है। हालांकि कपाटोद्घाटन के बाद निर्धारित समय पर कपाट बंद होते और खुलते है।
बदरीनाथ और हेमकुंड से संबंधित जानकारी बडी एलईडी स्क्रीन पर दिखायी जायेगी
जिलाधिकारी चमोली आशीष जोशी ने बताया कि जोशीमठ में एक बडी एलईडी स्क्रीन लगायी जायेगी जिसमें यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी रहेगी। जिसमें वाहनों का किराया, हेमकुंड के लिए घोडे खच्चरों का किराया, सडक की स्थिति समेत सभी आवश्यक सूचनाऐं यात्रियों को दी जायेगी ताकि कोई संवादहीनता न रहे। समय-समय पर आवश्यक सुचनाऐं इस स्क्रीन पर रहेंगी।
बदरीनाथ में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होगी। पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने बताया कि आवश्यक सुरक्षा बल बदरीनाथ में तैनात रहेगा। पर्यटन पुलिस भी मौजूद रहेगी। आम यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ वीआईपी मुमेंट पर भी पुलिस अपनी व्यवस्था देगी। साथ ही आपदा में भी पुलिस अपनी सेवा देने के लिए तैयार रहेगी।