पूर्व छात्र  समाज कल्याण और वंचित लोगों की  सहायता के लिए  योगदान करे :राष्ट्रपति

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हरिद्वार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आईआईटी रुड़की के  पूर्व छात्रों को समाज कल्याण और वंचित लोगों की  सहायता के लिए अपना योगदान देने पर बल देते हुए कहा कि, ” इससे शिक्षा व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी।  आईआईटी अपनी गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। संस्थानों में होने वाले शोध का लाभ आम आदमी तक पहुंचना चाहिए। विज्ञान के क्षेत्र में पुरुषों के समान ही महिलाओं की भी  भागीदारी होनी चाहिये ।”

आईआईटी रुड़की के 19वें दीक्षांत समारोह का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को विधिवत शुभारंभ किया। राष्ट्रपति ने समारोह में 9 छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्रियां प्रदान कीं। तीन सत्रों में हो रहे इस दीक्षांत समारोह के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि, “क्योंकि पूर्व छात्रों की शिक्षा के लिए देशवासियों ने करदाताओं के रूप में योगदान दिया है ऐसे में उनका कर्तव्य है कि वे समाज कल्याण और वंचित लोगों की  सहायता करे। संस्थान के पूर्व छात्रों को अपने मातृ संस्थान के विकास के लिए योगदान देना चाहिए। आज का दिन छात्रों के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने छात्रों को लगन और कड़े परिश्रम के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।”

आईआईटी और इसरो के बीच एमओयू हस्ताक्षर होने पर राष्ट्रपति ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, “भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊचाईयों को छुआ है।  हमारे वैज्ञानिकों ने दिखा दिया कि हम किसी से कम नहीं हैं, कहा कि सिर्फ सॉफ्ट लैंडिंग को छोड़ दिया जाए तो पूरा अभियान सफल रहा।”

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचें, जिसके लिए हेलीपैड और इसके आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। हेलीपैड से रामनाथ कोविंद वाया रोड होते हुए आईआईटी के दीक्षांत समारोह हाल पहुंचे। समारोह के दौरान मीडिया कर्मियों को कैमरे या मोबाइल कॉन्वोकेशन हाल के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। जब तक राष्ट्रपति कॉन्वोकेशन हाल में मौजूद रहे मीडिया कर्मियों को कवरेज नहीं करने दिया गया। राष्ट्रपति के जाने के बाद दूसरे राउंड में कवरेज करने की छूट दी गयी है। आईआईटी में खुफिया विभाग और डॉग स्क्वायड की टुकड़ियां भी तैनात रहीं। पुलिस के आलाधिकारियों एवं आईआईटी प्रबन्धन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए।