रुद्रपुर, उधमसिंह नगर जिले में महिला आश्रम, बाल गृह, वृद्धा आश्रम के निर्माण कार्य के लिए जिलाधिकारी डाॅ नीरज खैरवाल ने सम्बन्धित विभागों तथा एनजीओं के पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को अवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी गृह कार्य की दृष्टि से आपस में जुड़े हुए है। इसलिए दूरगामी सोच रखते हुए सभी गृहों को एक ही स्थान पर विकसित करना होगा। उन्होनें कहा कि गृह एकीकृत एवं संयुक्त होने के कारण भविष्य में किसी भी प्रकार की दिक्कत उत्पन्न नहीं होगी तथा संचालन व देखरेख में भी आसानी होगी।
जिलाधिकारी ने किशोर न्याय बोर्ड के अन्तर्गत बनने वाले बाल गृह, किशोर गृह, बालिका गृह, विशेष गृह सहित महिला आश्रम, वृद्धा आश्रम के निर्माण के लिए इण्टीग्रेटेड काॅम्पेलक्स मोडल विकसित करने के लिए गहनता से अध्ययन करने के निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिए। उन्होंने आर्किटेक्ट को भवन निर्माण में बहुद्देशीय हाॅल की स्थापना करने/सभी प्रकार की गतिविधियों के लिए भी जगह आरक्षित रखने के निर्देश देते हुए कहा कि भवन में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने मानसिक बच्चों के लिए विशेष देखरेख सेंटर की स्थापना के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए।
बैठक में समाज सेविका डाॅ रजनीश बत्रा ने लावारिस हालत में मिलने वालें बच्चों को कुछ समय के लिए अस्थाई रूप से रखने के लिए स्थान उपलब्ध न होने की शिकायत की। जिसको गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने चाइल्ड हेल्प लाइन के कार्यों की जांच करने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को अध्यक्ष व शिकायत कर्ता को सदस्य नामित करते हुए पांच सदस्यीय टीम गठित करने के आदेश दिए।