देवभूमि को स्वच्छ रखने के साथ उत्तराखंड सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। ऐसे में उत्तराखंड राज्य का सफर करने वाले वाहन चालक अथवा यात्री भी सावधान हो जाएं अन्यथा उनकी एक गलती भारी पड़ सकता है। अब चलते वाहन से सड़क पर कूड़ा फेंका तो खैर नहीं है। उनसे देश-प्रदेश को स्वच्छ व सुंदर बनाने में सहयोग का आह्वान किया
गया है। सरकार ने वाहन से सड़क पर कूड़ा फेंकने पर प्रतिबंध लगाने के साथ यात्री वाहनों में डस्टबिन रखना अनिवार्य कर दिया है। इस संबंध में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश जारी कर दिए हैं। इसे लेकर अब परिवहन विभाग भी सख्त हो गया है।
- शासन की सख्ती के बाद परिवहन विभाग सतर्क, सभी चेक पोस्ट पर की जा रही चेकिंग
- देवभूमि को स्वच्छ रखने के साथ विश्व फलक पर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाएगी सरकार
परिवहन अधिकारी शैलेश तिवारी ने बताया कि चारधाम यात्रा या उत्तराखंड आने वाले सभी वाहनों में डस्टबिन होना अनिवार्य है। इसके लिए आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि पहले भी यह नियम था, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था। अब मुख्य सचिव के निर्देश के बाद इसको सख्ती से लागू कराया जा रहा है। यदि कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी में डस्टबिन नहीं रखता है तो उसका चालान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सभी चेक पोस्ट पर इसकी चेकिंग भी की जा रही है। चेकिंग के साथ वाहन चालकों को जागरूक भी किया जा रहा है कि वह अपनी गाड़ी में डस्टबिन लगाए या फिर कोई बैग लगाए, जिसमें यात्री कूड़ा डाल सके। इससे उत्तराखंड के अंदर साफ-सफाई भी रहेगी। दरअसल, अक्सर देखा जाता है कि यात्री चिप्स अथवा कोल्ड ड्रिंक या फिर पानी पीकर खाली रैपर गाड़ी से बाहर फेंक देते हैं। इससे सड़कों पर कूड़ा फैलता है और दुर्घटना होने की भी संभावना रहती है। अब ऐसा करने वालों का चालान किया जाएगा।