ऐसे नहीं जीते जाते मैदान शुरुआत से ही करनी पड़ती है मैदाने जंग की तैयारी 

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    देहरादून, आलोचना करना बेहद आसान होता है लेकिन उन आलोचनाओं को दर किनारे करके लगातार चुनौतियों को पार करके लगातार सफलता के झंडे गाड़ना, यह आज की भाजपा की नियति सी बन गई है। विपक्ष में बैठा हर कोई छोटा-बड़ा नेता जब भी जबान खोलता है तो वह मोदी और अमित शाह पर निशाना साधाता है। यह नहीं देखता पहले इस लायक हो जाऊं कि उसके बोलने का महत्व जनता समझ सके।

    भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह आज उत्तराखंड में पार्टी को नई दिशा और नया टारगेट देने आ रहे हैं। होम वर्क परंपरा आरएसएस के हर कार्यकर्ता में कूट-कूट कर भरी गई है, हमेंशा सब लगातार उसका पालन करते रहते हैं। 2019 के लिए बिसात बिजनेस शुरू हो गई है, जिसके लिए विपक्ष महागठबंधन की रणनीति को लाने के लिए एकजुटता का राग अलाप रहा है। वही अमित शाह साल भर पहले से ही अपनी चुनावी तैयारियों को मजबूत पर मजबूत करते जा रहे हैं।

    उत्तराखंड को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है। यहां की पांच लोकसभा सीट कई मायनों में अति महत्वपूर्ण हो जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड से बेहद लगाव रखते हैं और उनकी सक्रियता समय-समय पर नजर भी आती है। यही कारण है कि 2019 के चुनाव में उत्तराखंड से पांचों सीटों पर भाजपा गंभीरता से काम करना शुरू कर चुकी है। इन्हीं कामों की समीक्षा को लेकर आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तराखंड प्रभारियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर अमित शाह तीन महत्वपूर्ण लोकसभा सीट पौड़ी ,नैनीताल और टिहरी सीटों पर नए चेहरों को प्राथमिकता देने का मन बनाएंगे, क्योंकि उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत वाली भाजपा का सियासी वजूद सभी दलों पर भारी पड़ता है ।

    प्रदेश की विधानसभा पर नजर डालें तो 70 में से 57 सीटों पर भाजपा काबिज है ओर राज्य की पांचों लोकसभा सीट पर भी भाजपा का ही परचम लहरा रहा है, लेकिन 2019 का चुनावी खेल भाजपा को तीन महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों पर नए चेहरों के साथ लड़ना है, जिसके लिए उम्मीदवारों का चयन भाजपा के लिए पहली प्राथमिकता है ।अमित शाह इन सभी पहलुओं पर उत्तराखंड में मंथन करेंगे साथ ही भविष्य की चुनौतियों को लेकर भी पार्टी और संगठन से विचार विमर्श किया जाएगा, इस दौरान वह जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही अन्य स्तरों से लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर फीडबैक लेंगे।

    लोकसभा चुनाव से तकरीबन सालभर पहले ही शाह ने अपनी रणनीति को अंजाम देना शुरू कर दिया है, जिससे हर चुनौती से निपटा जा सके और भाजपा उत्तराखंड की पांचों सीटों पर अपना कब्जा बनाए रखें। आज इतवार का दिन उत्तराखंड भाजपा संगठन और सरकार के लिए महत्वपूर्ण होने जा रहा है अमित शाह संगठन और सत्ता की क्लास ले कर नए गुर सिखाएंगे जो आने वाले दिनों में 2019 के जमीन को तैयार करेगे।