कालागढ़/पौड़ी। कालागढ़ नलकूप संख्या चार पर लगे ट्रांसफार्मर की चपेट में आकर एक दुर्लभ वन्यजीव बिज्जू की मौत हो गई। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बिज्जू के शव को दफना दिया।
लगभग 10 से 15 फीट का यह बिज्जू जानवर देखने में भालू के शावक जैसा होता है, लेकिन यह मनुष्य से डरता है और इधर-उधर छिपकर इंसानों से दूर ही रहता है। मनुष्य को किसी तरह की हानि तो नहीं पहुंचाता लेकिन जब इसे लगता है कि इसकी जान खतरे में है तो यह भयंकर तरीके से काट भी लेता है। इस जानवर की खास बात यह है कि जमीन के नीचे दबे मुर्दों को अपना शिकार बनाता है और मुर्दों का मांस खाकर अपना पेट भरता है। पानी आदि की तलाश में यह जंगल से आबादी की ओर आ जाता है।
कालागढ़ में विरलयता से ही मिलने वाला यह जीव रविवार रात नलकूप संख्या चार पर लगे ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गया जिस कारण इसकी मौत हो गई। वन क्षेत्राधिकारी आर के भट्ट ने बताया कि हम पूरी मेहनत से वन्यजीवों को बचाने के प्रयास में लगे रहते हैं| इस तरह एक दुर्लभ जीव का मरना दुखद है।
बिज्जू अंग्रेजी में बैजर के नाम से जाना जाता है वैसे देखने में खूबसूरत यह जीव इंसानी कब्र में से मांस निकालकर खाने के लिए बदनाम है। कहा जाता है कि यह अपने लंबे नुकीले नाखूनों से कब्र को खोद देता है और मुर्दे को निकालकर उसे खा जाता है| इस कारण इसे कबर बिज्जू भी कहा जाता है| लोग इसे अशुभ भी मानते हैं।