गोपेश्वर। गोपेश्वर में शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागर में जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले एक वर्ष में जिस किसी भी एएनएम ने संस्थागत प्रसव नहीं कराया है, उसे नोटिस जारी किया जाए।
जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम पाए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए इसमें सुधार लाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये। उन्होंने जिले में कार्यरत एएनएम को संस्थागत प्रसव के संबध में आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कहा कि अधिकांश गर्भवती महिलाऐं जानकारी के अभाव में स्वास्थ्य पर ध्यान नही देती है जिससे अधिकांश बच्चे कुपोषण के शिकार होते है। जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत के तहत जिले में चिह्नित 17 हजार परिवारों में से अभी तक केवल 298 परिवारों का ही गोल्ड रिकार्ड बनाये जाने पर कडी नाराजगी जाहिर करते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने आशाओं के माध्यम से चिन्हित परिवारों को गांव से लाने तथा उनका गोल्ड कार्ड निर्गत करने को कहा। डीएम ने आशा के सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कर्णप्रयाग ब्लाक में 0-6 वर्ष के बच्चों का सेक्स रेश्यों 900 पाये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कम सेक्स रेश्यों वाले सभी ब्लाकों में विशेष फोकस करते हुए जन जागरूकता कार्यक्रमों संचालित कर सेक्श रेश्यों में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए चिकित्सा, शिक्षा एवं बाल विकास को कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, सीएमओ डा. तृप्ति बहुगूणा, सीएमएस डा. शैलेन्द्र कुमार, कोषाधिकारी दीपक चन्द्र भट्ट, जिला समन्वयक दीपक खडूडी आदि मौजूद थे।